भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज 8 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून के साथ द्विपक्षीय वार्ता की।
उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की व्यापक समीक्षा की। दोनों पक्षों ने वार्ता के दौरान भारत-मालदीव व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए संयुक्त दृष्टिकोण को साकार करने में मिलकर काम करने की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मालदीव की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुसार तथा नई दिल्ली की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति और सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के दृष्टिकोण के अनुरूप, रक्षा तैयारियों के लिए क्षमता वृद्धि में मालदीव को समर्थन देने के लिए भारत की तत्परता की पुष्टि की, जिसमें उसकी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए रक्षा प्लेटफार्मों और परिसंपत्तियों का प्रावधान शामिल है।
मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून ने मालदीव के लिए ‘प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता’ के रूप में भारत की ऐतिहासिक भूमिका की सराहना की। उन्होंने रक्षा और सुरक्षा कर्मियों के प्रशिक्षण और आधुनिक अवसंरचना क्षमताओं को बढ़ाने में माले की सहायता के लिए नई दिल्ली को धन्यवाद दिया। मालदीव सरकार के अनुरोध पर भारत ने मालदीव को रक्षा उपकरण और भंडार सौंपे।
मालदीव के रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं। यह यात्रा दोनों पक्षों के बीच निरंतर उच्च स्तरीय संपर्कों का हिस्सा है। इसने दोनों देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के पारस्परिक लाभ के लिए द्विपक्षीय रक्षा और सुरक्षा संबंधों को और गहरा करने का अवसर प्रदान किया है।