केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गणतंत्र दिवस के पुनीत अवसर पर अपने दिल्ली आवास पर मध्य प्रदेश से पधारी लगभग दो सौ लखपति दीदियों से संवाद कर उनके अनुभव और विचार प्राप्त किए।
इस दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प के अनुसार भारत को विकसित भारत बनाने में लखपति दीदियों की अहम भूमिका होगी। इस आत्मीय आयोजन में श्री चौहान ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा उद्देश्य केवल दीदियों को लखपति बनाना ही नहीं, बल्कि इन्हें मिलेनियर दीदी और करोड़पति दीदी बनाना है।
उन्होंने कहा कि भारत को विकसित भारत बनाने में लखपति दीदियों की अहम भूमिका होगी और ये दीदियां राष्ट्र निर्माण की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगी। उन्होंने कहा कि मेरे मन में विचार है कि मेरी बहनों की आंखों में आंसू न रहे, चेहरे पर सदा खुशियां रहें। उन्होंने सभी दीदियों से आग्रह किया कि आप सभी मिलकर गरीबी मुक्त गांव के प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प को साकार करेंगी, ऐसा मेरा पूर्ण विश्वास है।
शिवराज सिंह ने कहा कि आज हम जहां हैं, वहां से काफी आगे बढ़ना है। आप बहनें लक्ष्मी जी, सरस्वती जी, दुर्गा जी का रूप हैं। हम तय कर लें तो दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं है। दीदियों को अकेले ही नहीं, बल्कि सभी को साथ लेकर आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि मैं मंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभारी हूं कि ग्रामीण मंत्रालय के रूप में बहनों की गरीबी दूर करने का सौभाग्य मुझे मिला है।
शिवराज सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना बेटियों को सशक्त करने की कड़ी थी, जो 2006 में बनाई थी। हमारा भाव था कि बेटी मध्यप्रदेश की धरती पर पैदा हो तो लखपति पैदा हो। आज 50 लाख से ज्यादा लाडली लक्ष्मी बेटियां मध्यप्रदेश की धरती पर हैं जो लखपति हैं। उनमें से कई तो ऐसी बेटियां थीं जिनको मैंने गोद में खिलाया था।
आज वे छोटी-छोटी बेटियां कॉलेज में पढ़ने लगी हैं और आज जब वो मुझे मामा-मामा कह कर पुकारती हैं, तो मेरा रोम-रोम पुलकित हो जाता है। लगता है कि जैसे मेरा जीवन धन्य हो गया। ऐसी एक नहीं, अनेकों योजनाएं बनाने का सौभाग्य आपके आशीर्वाद से मुझे मिला है। लाडली लक्ष्मी हो, कन्या विवाह हो, बहनों के लिए स्टाम्प शुल्क में कमी हो या अन्य योजनाएं।