काठमांडू (हि.स.)। नेपाल एकबार फिर भूकंप के तेज झटकों से हिल गया है। भूकंप की तीव्रता रेक्टर स्केल पर 7.1 मापी गई है। भूकंप मापन केंद्र के मुताबित नेपाल में इसके तुरंत बाद दोबारा बड़ा झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता 5.8 मापी गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने लोगों से भूकंप के बड़े झटके के बाद लगातार आफ्टर शॉक आने की आशंका को देखते हुए सतर्क और सुरक्षित रहने की अपील की है।
भूकंप का केंद्र बिंदू काठमांडू से करीब 280 किमी उत्तर और माउंट एवरेस्ट से करीब 90 किमी की दूरी पर बताया गया है। यह तिब्बत का पहाड़ी क्षेत्र है जहां मानव बस्ती बहुत कम होने की बात कही गई है।
स्थानीय समय अनुसार भूकंप का पहला झटका 6:50 मिनट पर महसूस किया गया। यह झटका बहुत तेज रहा और लोग घरों से बाहर निकल गए। इसके कुछ ही मिनट बाद भूकंप के दूसरे झटके की तीव्रता 5.2 मापी गई। कड़ाके की ठंड, भारी बर्फबारी के बीच भूकंप ने लोगों को घरों से बाहर रहने के लिए मजबूर कर दिया है। लोगों को दोबारा भूकंप आने का अंदेशा है।
संखुवासभा के प्रमुख जिलाधिकारी विनोद कुमार खड़का और तापलेजुंग के प्रमुख जिलाधिकारी नेत्र प्रसाद शर्मा ने टेलीफोन पर बताया कि भूकंप के बहुत बड़े झटके महसूस किए गए। हालांकि किसी भी प्रकार की क्षति की जानकारी के लिए थोड़ा समय लगने की बात कही है।
नेपाल से लगे बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। फिलहाल जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
हाल के वर्षों में नेपाल में बार-बार भूकंपइससे पहले गत माह नेपाल में 21 दिसंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई थी। जबकि अप्रैल 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था। इस दौरान लगभग 9,000 लोगों की जान चली गई थी और 20,000 से अधिक लोग घायल हुए थे। बड़ी संख्या में हुई तबाही के दौरान घरों और स्कूली इमारतों का काफी नुकसान हुआ था।