मध्य प्रदेश के एनर्जी सेक्टर में नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) 20 हजार करोड रुपए का निवेश करेगा। इस निवेश के जरिए एनटीपीसी मध्य प्रदेश के गाडरवारा स्टेज 2 के तहत 1600 मेगावाट क्षमता का ताप (कोयला आधारित) बिजली घर स्थापित करेगा। इस बिजली घर से मध्य प्रदेश को 800 मेगावाट बिजली मिलेगी।
आज मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की मौजूदगी में एनटीपीसी के साथ करार होगा। इस थर्मल पावर यूनिट से बनने वाली बिजली खरीदने के लिए एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी ने सहमति दे दी है। इस प्रस्ताव पर ऊर्जा मंत्री ने प्रशासकीय अनुमोदन भी कर दिया है। इस संयंत्र के बनने से 1000 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।
जिस राज्य में प्लांट, वहाँ दी जाएगी 50 प्रतिशत बिजली
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि केंद्रीय क्षेत्र की परियोजनाओं से गृह राज्य को (जहां प्लांट स्थापित है) क्षमता की 50 प्रतिशत बिजली आवंटित की जाए। इस आधार पर इस बिजली घर में बनने वाली 1600 मेगावाट में से आधी बिजली मप्र को मिलेगी। इससे मध्य प्रदेश को वर्ष 2034-35 तक की बिजली की जरूरत भी पूरी होगी।