Wednesday, November 20, 2024
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने जताई नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की उम्मीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख खालीद बिन मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान 9-10 सितंबर 2024 के लिए भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के तौर पर ये उनकी पहली आधिकारिक भारत यात्रा है। क्राउन प्रिंस के साथ उनकी सरकार के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

क्राउन प्रिंस ने सोमवार को प्रधानमंत्री के साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाह्यान के लिए अपनी शुभकामनाएं भी प्रेषित की। दोनों नेताओं ने पिछले कुछ वर्षों में भारत और यूएई के बीच समग्र रणनीतिक साझेदारी में हुई पर्याप्त प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और गहरा करने और बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की।

दोनों नेताओं ने माना कि समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) की सफलता और हाल ही में लागू हुई द्वपक्षीय निवेश संधि (BIT) से दोनों देशों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक साझेदारी को और मज़बूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने परमाणु ऊर्जा, महत्वपूर्ण खनिजों, हरित हाइड्रोजन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और अत्याधुनिक तकनीक समेत अन्य क्षेत्रों में अप्रयुक्त क्षमताओं पर काम करने पर ज़ोर दिया।

यात्रा के दौरान न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NNPCIL) और एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कार्पोरेशन (ENEC) के बीच परमाणु सहयोग पर समझौता ज्ञापन, दार्घावधि एलएनजी आपूर्ति को लेकर अबू धाबी आयल कंपनी (NDNOC) और इंडियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड के बीच समझौता, एडीएनओसी और भारतीय सामरिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड (आईएसपीआरएल) के बीच समझौता, अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 के लिए ऊर्जा भारत और एडीएनओसी के बीच उत्पादन रियायत समझौता, भारत में फूड पार्क के विकास के लिए गुजरात सरकार और अबू धाबी डेवलपमेंटल होल्डिंग कंपनी पीजेएससी (ADQ) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे पारंपरिक एवं आपसी सहयोग के नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की उम्मीद है।

परमाणु ऊर्जा पर हुए समझौता ज्ञापन से परमाणु ऊर्जा प्लांट के ऑपरेशन और रखरखाव, परमाणु ऊर्जा से जुड़े सामान और सेवाओं को भारत से मंगाने, आपसी निवेश के अवसरों को खोजने और कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग में बढ़ोत्तरी होगी। दीर्घावधि एलएनजी आपूर्ति समझौता प्रतिवर्ष 1 मिलियन मीट्रिक टन (MMTPA) के लिए है और एक वर्ष की अवधि में तीसरा ऐसे समझौता किया गया है। आईओसीएल और जीएआईएल ने इससे पहले एडीएनओसी के साथ क्रमश: 1.2 एमएमटीपीए और 0.5 एमएमटीपीए के दीर्घावधि समझौते किए हैं। इन समझौतों से एलएनजी स्रोतों में विविधता के ज़रिए भारत में ऊर्जा सुरक्षा को औऱ मज़बूती मिली है।

इसके अलावा एडीएनओसी और आईएसपीआरएल के बीच समझौते से एडीएनओसी, भारत में कच्चे तेल के भंडारण  से जुड़े अधिक अवसर प्राप्त कर पाएगी और भंडारण और प्रबंधन समझौतों को परस्पर स्वीकृति के आधार पर नवीनीकृत कर पाएगी। ये समझौता ज्ञापन आईएसपीआरएल की मैंगलोर केवर्न के कच्चे तेल के भँडारण में वर्ष 2018 से एडीएनओसी की भागीदारी पर आधारित है।

ऊर्जा भारत (आईओसीएल का संयुक्त उपक्रम) और एडीएनओसी के बीच अबू धाबी ऑनशोर ब्लॉक 1 के लिए उत्पादन रियायत समझौता यूएई में भारत की किसी भी कंपनी के लिए पहला अवसर है। इसके तहत ऊर्जा भारत, कच्चे तेल को भारत ला सकता है, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा में मज़बूती आएगी।

फूड पार्क के विकास के लिए हुए समझौते के तहत अहमदाबाद, गुंडनपारा, बावला में महात्वाकांक्षी परियोजनाओं के विकास में एडीक्यू की भूमिका होगी और इस फूड पार्क परियोजना को 2025 के दूसरी तिमाही तक शुरू करने में मददगार साबित होगी। गुजरात सरकार इन परियोजनाओं के लिए स्थान और ज़रुरी अनुमतियों के लिए एडीक्यू और एडी बंदरगाहों की मदद करेगी।

महामहिम शेख खालिद बिन मोहम्द बिन ज़ायेद एल नाह्यान ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से भी राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। दोनों के बीच हुई बातचीत में दोनों देशों के बीच एतिहासिक, समग्र संबंधों और पिछले कुछ सालों में की गई नई पहलों पर चर्चा हुई। राष्ट्रपति मुर्मु ने 3.5 मिलियन भारतीयों को सम्मान देने के लिए यूएई नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया।

क्राउन प्रिंस राजघाट भी गए और वहां उन्होंने महात्मा गांधी को भी श्रदंधांजलि अर्पित की। 1992 में यूएई के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम शेख ज़ायेदबिन सुल्तान अल नाहयान, 2016 में यूएई के राष्ट्रपति महामहिम शेख मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाह्यान के बाद, क्राउन प्रिंस, यूएई की तीसरी पीढ़ी के नेता हैं, जिन्होंने राजघाट में पौधारोपण किया। दोनों देशों के बीच पीढ़ी दर पीढ़ी मज़बूत होते रिश्तों को दिखाता ये एक दुर्लभ अवसर था। ये पहली बार है जब किसी देश के नेतृत्व की तीन पीढ़ियों के नेताओं ने महात्मा गांधी के सम्मान में राजघाट पर पौधारोपण किया है।

आज क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन ज़ायेद अल नाह्यान मुंबई जाएंगे, जहां वे भारत-यूएई बिज़नेस फोरम में हिस्सा लेंगे। ये फोरम दोनों देशों के बिज़नेस लीडर्स और अधिकारियों को भविष्य में कई क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने के लिए विचार विमर्श करने का मंच प्रदान करती है। इस मौके पर भारत-यूएई वर्चुअल ट्रेड कॉरिडोर (VTC) और वीटीसी को आगे बढ़ाने के लिए मैत्री इंटरफेस  पर शुरू हुए काम का साफ्ट लॉन्च भी किया जाएगा।

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