Monday, December 23, 2024
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महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने की विशेष रंगीन टिकट प्रणाली की शुरुआत, जानें किस रूट के लिए होगा कौन सा विशिष्ट रंग

वाराणसी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा और यात्रा को सुव्यवस्थित बनाने के लिए रेलवे ने पहले से ही पूरी तैयारी की है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे ने एक विशेष रंगीन टिकट प्रणाली की शुरुआत की है। यह रंगीन टिकट प्रणाली यात्रियों को उनकी ट्रेन, प्लेटफार्म और आश्रय स्थल तक आसानी से पहुँचने में मार्गदर्शन करेगी। इस अभिनव पहल का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाना और यात्रियों की यात्रा को अधिक सरल और सुरक्षित बनाना है। रेलवे के अफसरों के अनुसार रंगीन टिकटों का उपयोग श्रद्धालुओं के गंतव्य की पहचान और उनके यात्रा मार्ग को स्पष्ट करने के लिए किया जाएगा। प्रत्येक टिकट का एक विशिष्ट रंग होगा जो यात्रियों को सही आश्रय स्थल तक पहुँचने में सहायक होगा। इससे महाकुंभ के दौरान श्रद्धालु भ्रमित नहीं होंगे और भीड़-भाड़ को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।

महाकुंभ के दौरान सभी यात्रियों को कलर कोडेड टिकट जारी किए जाएंगे। इसमें प्रयागराज जंक्शन, नैनी जंक्शन और छिवकी स्टेशन सहित प्रमुख स्टेशनों पर कलर-कोडेड टिकट प्रणाली लागू की जाएगी। प्रयागराज जंक्शन पर, लखनऊ और वाराणसी की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। ये श्रद्धालु गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। वहीं पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए नीले रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 2 से प्रवेश करेंगे और नीले रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे। मानिकपुर, सतना और झाँसी की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए पीले रंग की टिकट रहेगी और ये यात्री गेट नंबर 3 से प्रवेश करेंगे और पीले रंग के आश्रय नंबर 3 में जाएंगे। फतेहपुर, कानपुर और दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। वह स्टेशन के गेट नंबर 4 से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 4 में जाएंगे।

इसी तरह नैनी जंक्शन पर, कानपुर की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। मानिकपुर और झाँसी की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए नीले रंग की टिकट रहेगी। वह गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और नीले रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे। मानिकपुर और सतना की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। वह यात्री गेट नंबर 1 से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 3 में जाएंगे। पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए पीले रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 3 और 4 से प्रवेश करेंगे और पीले रंग के आश्रय नंबर 4ए और 4बी में जाएंगे। इसी क्रम में प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर, मानिकपुर, सतना और झाँसी की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लाल रंग की टिकट रहेगी। इस रंग की टिकट के साथ श्रद्धालु गेट नंबर 1ए से प्रवेश करेंगे और लाल रंग के आश्रय नंबर 1 में जाएंगे। पं. दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए हरे रंग की टिकट रहेगी। ये यात्री गेट नंबर 1बी से प्रवेश करेंगे और हरे रंग के आश्रय नंबर 2 में जाएंगे।

रेलवे प्रशासन का यह कदम महाकुम्भ के आयोजन को और भी सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यात्रियों को उनके टिकट के अनुसार सही दिशा में मार्गदर्शन प्राप्त होगा, जिससे यात्रा में सहजता आएगी और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। यह प्रणाली न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि रेलवे प्रशासन के लिए भी भीड़ प्रबंधन और यात्रियों की सुविधा में सुधार लाएगी। रेलवे प्रशासन यात्रियों से इस नई प्रणाली के प्रति सहयोग की अपेक्षा करता है ताकि महाकुम्भ 2025 के दौरान उनकी यात्रा को यादगार और सुगम बनाया जा सके।

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