दमिश्क (हि.स.)। सीरिया के सूरत-ए-हाल और बिगड़ गए। अल-कायदा समर्थित आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम के लड़ाकों (विद्रोहियों) ने मुल्क के अलेप्पो और हामा पर फतह कर राजधानी दमिश्क की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया है। इस बीच चीन ने अपने नागरिकों से तत्काल सीरिया छोड़ने को कहा है। हामा पर विद्रोहियों के नियंत्रण को राष्ट्रपति बशर अल-असद के बड़ा झटका माना जा रहा है।
सरकारी बल पीछे हटेअमेरिकी समाचार पत्र द न्यूयॉर्क टाइम्स और सीरिया की अरबी समाचार वेबसाइट+963 ने अपनी खबरों में सीरिया की वर्तमान स्थिति को व्यापक महत्व दिया है। खबरों में कहा गया कि सीरिया के सरकारी बल हामा पर टिक नहीं पाए। लड़ाकों से घबराकर वह पीछे हट गए। इसके बाद लड़ाकों ने हामा पर चारों तरफ से हमला बोलकर बाजी पलट दी। इस हालात ने सीरिया में शरणार्थी संकट पैदा कर दिया है।
रूस और ईरान हतप्रभहामा पर नियंत्रण को हयात तहरीर अल-शाम बड़ी जीत मान रहा है। अब आतंकी समूह के नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने लड़ाकों से राजधानी दमिश्क और अन्य शहरों की ओर बढ़ने का आह्वान किया। संकट का सामना कर रहे राष्ट्रपति बशर अल-असद के सहयोगी रूस और ईरान बदली स्थितियों से हतप्रभ हैं। हामा से सरकारी बलों के पीछे हटने की विद्रोहियों और सरकार दोनों ने पुष्टि की है।
हामा 1982 में देख चुका है कत्ल-ए-आमअपने लड़ाकों और अन्य विद्रोहियों का नेतृत्व कर रहे अबू मोहम्मद अल-जोलानी के एक कथित वीडियो संदेश में कहा गया कि यह ईश्वर की इच्छा से सभी की जीत है। दरअसल लड़ाकों के लिए हामा फतह इसलिए खास है कि सीरिया का यह शहर 1982 में नरसंहार देख चुका है। इस साल राष्ट्रपति के पिता और पूर्ववर्ती हाफिज अल-असद के वफादार सुरक्षा बलों ने मुस्लिम ब्रदरहुड के नेतृत्व में सरकार विरोधी विद्रोह के दौरान हजारों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।
विद्रोहियों का पुलिस कमांड मुख्यालय, एक हवाई अड्डे और केंद्रीय जेल पर कब्जा इस बीच सीरियाई सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि उसकी सेना ने विद्रोहियों को पीछे हटाने के लिए कई दिनों तक लड़ाई लड़ी। इस दौरान दोनों पक्षों के कई लोग मारे गए। गुरुवार को विद्रोही हामा में घुस आए। इसलिए सेना शहर के अंदर लड़ाई से बचने के लिए पीछे हट गई। ब्रिटेन स्थित युद्ध निगरानी समूह सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि विद्रोहियों ने पुलिस कमांड मुख्यालय, एक हवाई अड्डे और केंद्रीय जेल पर कब्जा कर लिया। जेल से सैकड़ों लोगों को मुक्त करा दिया।
सीरिया का भविष्य…सीरिया के बिगड़ते हालात पर राजधानी दमिश्क में चीनी दूतावास ने एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया कि समग्र सुरक्षा स्थिति और बिगड़ रही है। इसलिए चीनी नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने की सलाह दी जाती है। सीरिया के प्रमुख प्रांतों पर फहत के बाद हयात तहरीर अल-शाम ने दमिश्क में स्थित अरब और विदेशी दूतावासों को एक उदारवादी पत्र भेजा है। इसमें जोर देकर कहा गया कि भविष्य के सीरिया के लिए उसका दृष्टिकोण बातचीत पर आधारित एक राज्य है। आतंकी समूह के नेता अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने गुरुवार को पहली बार अपने वास्तविक नाम अहमद अल-शरा का उपयोगकर टेलीग्राम पर एक पोस्ट की है। इसमें कहा गया कि यह “बदले के बिना जीत” है। जोलानी के फोटो के साथ लिखा गया कि “हम हामा के लोगों को जीत की बधाई देते हैं।” 1982 में जन्मा जोलानी अल-कायदा से भी जुड़ा रहा है। उसने जुलाई 2016 में अल-कायदा से अलग होकर “जभात फतह अल-शाम” का गठन किया। इस्लामिक और विपक्षी गुटों के विलय के बाद 2017 में इसका नाम हयात तहरीर अल-शाम कर दिया गया।
राष्ट्रपति असद के पद छोड़ने का वीडियो संदेश बेबुनियाद-सूचना मंत्रालयइस बीच सीरियाई सूचना मंत्रालय ने राष्ट्रपति बशर अल-असद के पद छोड़ने के एक “मनगढ़ंत वीडियो” पर सफाई दी। मंत्रालय ने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में कहा, ” यह आतंकवादी संगठनों की करतूत है। इस वीडियो में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी प्रयोग किया गया है। राष्ट्रपति के पद छोड़ने की बात पूरी तरह झूठी है।” मंत्रालय ने यह जरूर माना है कि सेना और सशस्त्र बलों के जनरल कमांड ने हामा शहर से सेनाओं को वापस बुलाने और उन्हें शहर के बाहर तैनात करने की घोषणा की है।