बैतूल (हि.स.)। चेन्नई-दिल्ली रेल मार्ग पर घोड़ाडोंगरी-इटारसी सेक्शन में बरबतपुर रेलवे स्टेशन के निकट माचना नदी के पुल के पास रेलवे ट्रैक धंस गया। अप एंड डाउन ट्रैक के बीच पानी निकासी के लिए बनाई नाली के टूट जाने से पानी अप ट्रैक के नीचे पहुंच गया था। रविवार को रेलवे ट्रैक के खंबा नंबर 802/29 के पास अप ट्रैक से गुजर रही हिमसागर एक्सप्रेस के लोको पायलट को झटका महसूस हुआ, तब उन्होंने रेलवे कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी। इसके बाद कई ट्रेनों को रोका गया और घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन से मॉनसून स्पेशल ट्रेन को मौके पर भेजा गया। सोमवार को रेलवे ट्रैक का सुधार कार्य पूरा कराया गया। रेलवे ट्रैक पर गिट्टी डाली गई और पानी निकासी के लिए बुलडोजर की मदद से नाली बनाई गई। मरम्मत के दौरान ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया।
दरअसल, शनिवार की रात इलाके में हुई तेज बारिश का पानी अप एंड डाउन ट्रैक के बीच बनी नाली से बहता हुआ ट्रैक तक पहुंचा, जिसकी वजह से ट्रैक के पास के पत्थर बह गए थे। रविवार को हिमसागर एक्सप्रेस यहां से गुजरी और उसके लोको पायलट को झटका लगा, तब घटना की जानकारी लगी। लोको पायलट ने रेलवे कंट्रोल रूम में इसकी सूचना दी और फौरन ट्रेन रोकी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। इस दौरान कई ट्रेनों के पहिए भी थम गए। इसके बाद नागपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। रेलवे के डीईएन-एडीईएन ने मौके का मुआयना करने के बाद मरम्मत का कार्य कराया। रेलवे ट्रैक पर गिट्टी डाली गई और पानी निकासी के लिए जेसीबी मशीन की मदद से नाली बनाई गई। सोमवार सुबह भी सैकड़ों मजदूर और रेलवे कर्मचारी कार्य में जुटे रहे। मरम्मत के दौरान ट्रेनों को धीमी गति से गुजारा गया। इस ट्रैक पर रेलवे ने अभी भी काशन ऑर्डर जारी रखा है। फिलहाल ट्रेनों को इस ट्रैक पर 30 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चलाया जा रहा है।
मामले को लेकर मध्य रेल नागपुर के सहायक डिविजनल इंजीनियर सोनल बेसेकर ने बताया कि यहां अप लाइन में पानी निकालने के लिए बनाई गई ड्रेन कोलेप्स हो गई थी। इस वजह से यहां अप एंड डाउन लाइन के बीच कटाव आ गया था। दोनों ट्रैक के बीच यह समस्या हुई थी। अभी मरम्मत कर दी गई है लेकिन ऐहतियात के तौर पर यहां काशन ऑर्डर लगाकर ट्रेन गुजारी जा रही है।