नई दिल्ली (हि.स.)। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को दो राज्यों जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी। जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। हरियाणा में एक चरण में 1 अक्टूबर को मतदान होगा। दोनों राज्यों की मतगणना 4 अक्टूबर को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू की उपस्थिति में शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दोनों राज्यों के चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा की।
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में अगले माह विधानसभा का चुनाव कराना है। उसके बीच में दूसरे चुनाव की घोषणा न करनी पड़े, इसलिए हमने साथ में हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव कराने का निश्चय किया। इस साल चार और अगले साल की शुरुआत में एक राज्य में चुनाव कराने हैं। सुरक्षा बलों की आवश्यकता और व्यवहारिता को ध्यान में रखते हुए हमने दो- दो राज्यों में एक साथ चुनाव कराने पर विचार किया है। महाराष्ट्र में अभी बारिश हो रही और फिर त्योहार आने हैं, इन सबको ध्यान में रखते हुए अभी वहां चुनाव कार्यक्रम नहीं तय किया गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आम चुनावों से सीख लेते हुए इस बार विशेष तौर पर चुनाव कार्यक्रम को छोटा रखा गया है। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा। पहले चरण में किश्तवाड़, अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम में मतदान होगा। दूसरे चरण में रियासी, राजौरी, पुंछ, बड़गांव, श्रीनगर, गांदरबल में मतदान होगा। तीसरे चरण में बांदीपोरा, कुपवाड़ा, बारामूला, जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ में मतदान होगा।
जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों में 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 74 सामान्य, 9 अनुसूचित जनजाति और 7 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के 87.09 लाख मतदाताओं के लिए 9,169 स्थानों पर 11,838 मतदान केन्द्र बनाए हैं। मतदाताओं में 44.46 लाख पुरुष और 42.62 लाख महिलाएं हैं। 3.71 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। वहीं 20 से 29 वर्ष के युवा मतदाताओं की संख्या 20.7 लाख है।
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर एक साथ 1 अक्टूबर को मतदान होगा। इसका कार्यक्रम जम्मू-कश्मीर के अंतिम चरण के अनुरूप होगा। इसके लिए 5 सितंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 12 सितंबर तक नामांकन किया जा सकेगा। नामांकन की जांच 13 सितंबर और नाम वापसी 16 सितंबर तक होगी।
हरियाणा में 22 जिलों में 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 73 सामान्य और 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर को समाप्त होने जा रहा है। इस बार 2.01 करोड़ मतदाताओं के लिए 10,495 स्थानों पर 20,629 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। मतदाताओं में 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिला, 40.95 लाख 20 से 29 वर्ष की आयु के युवा मतदाता और 4.52 लाख पहली बार मतदान करने वाले मतदाता हैं।
जम्मू-कश्मीर के बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आम चुनाव 2024 में राज्य में 3 दशक में सबसे अधिक 58.58 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे अधिक प्रसन्नता युवा, बुजुर्ग और महिला मतदाताओं की लंबी कतारों को देखकर हुई। कश्मीर घाटी में 51.06 प्रतिशत वोटिंग हुई । कश्मीरियों ने हिंसा को नकारते हुए जीत के लिए वोट किया। देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी प्रवासी मतदाताओं की सुविधा के लिए हमने 26 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। सबसे खास बात यह रही कि जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण मतदान हुआ और कहीं भी दोबारा मतदान नहीं कराना पड़ा।