ब्यूनस आयर्स में आयोजित किए जा रहे यूथ ओलंपिक में भारत के आकाश मलिक तीरंदाजी स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए
हैं। एक किसान के बेटे 15 वर्षीय आकाश को फाइनल में अमेरिका के ट्रेंटन कोलेस ने 6-0 से हराया। क्वॉलिफिकेशन के बाद पांचवीं वरीयता प्राप्त आकाश फाइनल में लय कायम नहीं रख सके। कोलेस ने सिर्फ दस और नौ में स्कोर करके आसानी से जीत दर्ज की। तीन सेटों के मुकाबले में दोनों ने चार बार परफेक्ट 10 स्कोर किया लेकिन आकाश ने पहले और तीसरे सेट में दो बार सिर्फ छह स्कोर किया।
भारत ने इन खेलों में तीन स्वर्ण पदक, नौ रजत पदक और एक कांस्य पदक जीता। भारत का आर्चरी में यह पहला ओलिंपिक रजत पदक है। इससे पहले 2014 नानजिंग यूथ ओलंपिक में अतुल वर्मा ने आर्चरी में कांस्य पदक जीता था।
आकाश ने शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन दूसरी कोशिश में 10 में से 6 पर शॉट लगाकर उन्होंने सेट जीतने का मौका गंवा दिया। इसके बाद आकाश अपनी लय हासिल नहीं कर पाए और खिताबी मुकाबला गंवा दिया। इससे पहले आकाश क्वालिफिकेशन राउंड में पांचवें और कोल्स 15वें स्थान पर थे, लेकिन फाइनल में अमेरिकी खिलाड़ी ने बेहतरीन खेल दिखाया और पहले सेट में आकाश के 26 के मुकाबले 28, दूसरे सेट में आकाश के 27 के मुकाबले 29 और तीसरे सेट में भारतीय खिलाड़ी के 26 के मुकाबले 28 अंक बनाए। इससे पहले सेमीफाइनल में आकाश ने बेल्जियम के सेना रोस को 6-0 से हराया था। फाइनल के बाद आकाश ने कहा कि उन्होंने तेज हवाओं के लिए तैयारी की थी, लेकिन यहां उससे भी तेज हवाएं चल रही थी। उन्होंने कहा कि सिल्वर मेडल जीतकर मुझे अच्छ लग रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि वे गोल्ड मेडल से चूक गए।