किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही उसे आतंकवाद के मुद्दे पर घेरा। पीएम मोदी ने कहा कि भारत को एससीओ के पूर्ण सदस्य के रूप में दो साल हो चुके हैं। हमने एससीओ की सभी गतिविधियों में सकारात्मक योगदान दिया है। हमने अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में एससीओ की भूमिका और विश्वसनीयता में वृद्धि के लिए व्यापक प्रयास जारी रखे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ क्षेत्र तथा भारत के इतिहास, सभ्यता और संस्कृति हजारों सालसे परस्पर जुड़े हुए हैं। हमारे इस साझा क्षेत्र को आधुनिक युग में बेहतर कनेक्टिविटी की बहुत आवश्यकता है। हमारी ई-पर्यटक वीज़ा सेवाएं अधिकांश एससीओ देशों के लिए उपलब्ध हैं। मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारतीय पर्यटन कीवेबसाइट पर शीघ्र ही एससीओ देशों के पर्यटकों की आसानी के लिए रूसीइंटरफ़ेस और रूसी भाषा में 24×7 पर्यटक हेल्पलाइन प्रारम्भ होगी।
एससीओ क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा के लिए शांतिपूर्ण, एकजुट, सुरक्षित और समृद्ध अफगानिस्तान एक महत्वपूर्ण कारक है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम सबका विज़न हमारे क्षेत्र में हेल्दी कोऑपरेशन को मजबूत करना है। HEALTH शब्द के अक्षरों से हमारे सहयोग के लिए एक अच्छा टेम्पलेट बन सकता है,
H- for Healthcare Cooperation
E- for Economic Cooperation
A- for Alternate Energy
L- for Literature and Culture
T- for Terrorism free society
H- for Humanitarian Cooperation
पीएम मोदी ने कहा कि एससीओ की 2019-2021 के लिए हेल्थकेयर कार्य योजना पर हमें जोर देना चाहिए। भारत को टेली मेडिसिन और मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा करने में खुशी होगी। आर्थिक सहयोग हमारे लोगों के भविष्य का आधार है। एकपक्षवाद और संरक्षणवाद ने किसी का भला नहीं किया है। हमें विश्वव्यापार संगठन पर केंद्रित एक नियम आधारित, पारदर्शी, भेदभावरहित, खुली और समावेशी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली की आवश्यकताहै। इससे ही सभी सदस्यों, विशेष रूप से विकासशील देशों के हितों कोध्यान में रखा जा सकेगा। भारत एससीओ सदस्य देशों के बीच आर्थिक गतिविधियों के लिए अनुकूलवातावरण बनाने पर तेजी से काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। आज हम महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर करने जा रहे हैं, इनसे एससीओ में वित्तीय मामलों में और डिजिटलाइज़ेशन और आईसीटी में सहयोग मजबूत होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत की प्रतिबद्धता हमारे दर्शन में निहित है, जो पृथ्वी को माता के रूप में मानता है। आज, भारत अक्षय ऊर्जा का छठा और सौर ऊर्जा का पांचवा बड़ा उत्पादक है। अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन भारत की संयुक्त पहल है। इसका उद्देश्य सौर उर्जा की लागत कम करने के लिए प्रौद्योगिकी और वित्त जुटाना है। वहीं उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं को एक दूसरे के साहित्य यानि लिटरेचर से परिचय हमारे संबंधों को गहराई देगा। एससीओ देशों की भाषा में भारतीय साहित्य की 10 श्रेष्ठ कृतियों का अनुवाद किया जायेगा। हाल ही में, उज्बेकिस्तान के सहयोग से ताशकंत में एससीओ फिल्म फेस्टिवल का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
आतंकवाद के वीभत्स चेहरे का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले रविवार श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान, मैं सेंट एंटनी के चर्च गया था। वहां मुझे आतंकवाद के उस घिनौने चेहरे का स्मरण हुआ जो हर कहीं, कभी भी प्रकट होकर रोज़ मासूमों की जान लेता है। इस खतरे से निपटने के लिए सभी मानवतावादी ताकतों को अपने-अपने संकीर्ण दायरे से निकलकर एक जुट हो जाना चाहिए। आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरुरी है। एससीओ सदस्यों को आतंकवाद का सफाया करने के लिए SCO-RATS के तहत सहयोग की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करना चाहिए। भारत आतंकवाद से निपटने के लिए एक अंतरर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन का आहवान करता है।
Participated in the proceedings of the SCO Summit in Bishkek. India has been making notable contributions in various SCO activities.
During my remarks, elaborated on how good HEALTH will further strengthen the SCO. https://t.co/aQWqPMkV9j pic.twitter.com/i2V5YDuGDl
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2019