इसरो के चेयरमैन डॉ के. सिवन ने इसरो मुख्यालय, बेंगलुरू में आयोजित एक प्रेस वार्ता में 2018 में इसरो की उपलब्धियों को रेखांकित किया और राष्ट्र निर्माण में लॉन्च व्हीकल, सैटेलाइट और इनके अनुप्रयोगों पर चर्चा की। गगनयान मिशन के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि इस अभियान की तैयारियां चल रही हैं। इसके तहत दो मानवरहित मिशन दिसंबर 2020 और जुलाई 2021 में भेजे जाएंगे। अंतरिक्ष में मानवयुक्त मिशन के लिए दिसंबर 2021 की समयसीमा निर्धारित की गई है।
डॉ सिवन ने चंद्रयान-2 समेत अन्य चुनौतीपूर्ण मिशनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल, पुनः उपयोग करने लायक लॉन्च व्हीकल तथा हवाई यात्रा के दौरान कनेक्टिविटी (जीसैट-20 के लॉन्च के पश्चात) जैसी कई नई तकनीकों के प्रदर्शन की योजना बनाई गई है। डॉ के.सिवन ने कहा कि उद्योग द्वारा पीएसएलवी का निर्माण एक मील का पत्थर साबित होगा और इस दिशा में प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं।
डॉ. सिवन ने गगनयान मिशन के बारे में कहा कि यह मिशन तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने में सक्षम है और यह सात दिनों तक पृथ्वी का चक्कर लगाएगा। यह इसरो के प्रोग्राम का एक महत्वपूर्ण विस्तार है। ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेन्टर के नाम से एक नए केन्द्र की स्थापना की गई है। गगनयान मिशन का यह प्रमुख केन्द्र होगा।