केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) समेत लघु बचत योजनाओं के लिए अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों में 0.4 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी कर दी है। भारत सरकार के निर्णय को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री की मंजूरी मिलने पर अल्प बचत योजनाओं की ब्याज दरों को हर तिमाही में अधिसूचित किया जाना है। तदनुसार, चालू वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही (1 अक्टूबर, 2018 से शुरू और 31 दिसंबर, 2018 को समाप्ति) के लिए विभिन्न अल्प बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की घोषणा की गई है।
जारी अधिसूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें संशोधित की जाती हैं। पांच वर्ष की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ाकर क्रमश: 7.8 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 8.7 प्रतिशत कर दी गयी हैं। हालांकि बचत जमा के लिए ब्याज दर चार प्रतिशत बरकरार है। जारी अधिसूचना के तहत पीपीएफ और एनएससी पर मौजूदा 7.6 प्रतिशत की जगह अब आठ प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज मिलेगा। किसान विकास पत्र पर अब 7.7 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा और अब यह 112 सप्ताह में परिपक्व हो जाएगा। सुकन्या समृद्धि खातों के लिए संशोधित ब्याज दर 8.5 प्रतिशत होगी। एक से तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज दर में 0.3 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है।