एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा एवीएसएम एडीसी ने वायुसेना के उप प्रमुख का पदभार संभाल लिया है। एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा दिसम्बर 1981 में लड़ाकू पायलट के रूप में भारतीय वायुसेना में कमीशन किये गये थे। उन्हें हेलिकॉप्टरों सहित मिग-21, मिग-29 तथा भारतीय वायुसेना के बेड़े के अन्य विमानों को उड़ाने का समृद्ध अनुभव है। वे टैकटिक्स एंड एयर कमबैट डवलपमेंट स्टैबिलशमेंट, डिफेंस सर्विस, स्टॉफ कॉलेज तथा नेशनल डिफेंस कॉलेज के स्नातक हैं। वह रक्षा अध्ययन में स्नातकोत्तर हैं तथा रक्षा और रणनीतिक अध्ययन में मॉस्टर ऑफ फिलॉसफी हैं।
एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा दक्षिण-पश्चिम सेक्टर में मिग-21 स्कवैड्रन की कमान संभाली और बाद में वह इसी सेक्टर में एयर डिफेन्स डायरेक्शन सेंटर के कमांडर रहे। उन्होंने मिग-29 बेस की कमान भी संभाली है। वह एयर वायस मार्शल के रूप में पश्चिमी वायु कमान और पूर्वी वायु कमान मुख्यालय में एयर डिफेंस कमांडर थे। एयर मार्शल के रूप में वह महानिदेशक (जांच और सुरक्षा) तथा वायु सेना मुख्यालय में महानिदेशक एयर (संचालन) के पद पर रहें।
वायु सेना के उप प्रमुख के रूप में पदभार संभालने से पहले वह दक्षिण-पश्चिम वायु कमान के एयर ऑफिसर कमानडिंग इन चीफ थे।
एयर मार्शल हरजीत सिंह अरोड़ा ‘टैकटिक्स एंड एयर कमबैट डवलपमेंट स्टैबिलशमेंट’ में डायरेटिंग स्टॉफ रहे हैं और एयर स्टॉफ इंस्पेक्शन निदेशालय में फ्लाइंग इंस्पेक्टर रहे हैं। वह 2006 से 2009 तक बैंकॉक, थाईलैंड में भारतीय दूतावास में रक्षा अताशे रहे। एयर मार्शल को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति ने उन्हें 26 जनवरी, 2011 को ‘अति विशिष्ट सेवा पदक’ से सम्मानित किया। वह राष्ट्रपति के मानद वायु सेना एडीसी नियुक्त किये गये।