चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था, उसी समय अचानक लैंडर विक्रम सपंर्क तब टूट गया, जिसके बाद कंट्रोल सेंटर में उपस्थित इसरो के वैज्ञानिकों, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देशवासियों के चेहरे पर निराशा के भाव आ गए।
इसरो के अनुसार लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया। विक्रम ने रफ ब्रेकिंग और फाइन ब्रेकिंग चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया था, लेकिन सॉफ्ट लैंडिंग से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया।
इसरो ने ट्वीट कर जानकारी दी कि विक्रम लैंडर सामान्य प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन चाँद की सतह से 2.1 किमी की ऊंचाई पर लैंडर से ग्राउंड स्टेशन का संपर्क टूट गया। डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
This is Mission Control Centre. #VikramLander descent was as planned and normal performance was observed up to an altitude of 2.1 km. Subsequently, communication from Lander to the ground stations was lost. Data is being analyzed.#ISRO
— ISRO (@isro) September 6, 2019