त्यौहार के दौरान भारत में 90 करोड़ से अधिक डेबिट व क्रेडिट कार्ड धारकों के वीजा-मास्टर कार्ड वाले एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड धारकों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। लेकिन रूपे का कार्ड उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को कोई परेशानी नहीं होगी। आरबीआई के नए नियम के कारण कल 16 अक्टूबर से आपके वीजा-मास्टर के एटीएम कार्ड और क्रेडिट कार्ड काम करना बंद कर देंगे, क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियम के तहत यूजर्स का डाटा विशेष रूप से भारत में ही स्टोर करने को अनिवार्य बनाया जा रहा है, लेकिन लागत बढ़ने का तर्क देकर वीजा और मास्टरकार्ड समेत 16 पेमेंट कंपनियां इसे नहीं मान रहीं हैं। वहीं 62 कंपनियों ने आरबीआई के इस नियम को मान लिया है।
आरबीआई के नियम के तहत हर पेमेंट कंपनी को पेमेंट सिस्टम से जुड़े डाटा का लोकल स्टोरेज करना अनिवार्य है, जो 16 अक्टूबर से प्रभावी हो जाएगा। भारत में ऐसी 78 पेमेंट कंपनियां काम कर रही हैं, जिनमें 62 ने आरबीआई के नियम को मान लिया है। इनमें अमेजन, व्हाट्सऐप और अलीबाबा सहित अन्य कंपनियां शामिल हैं। जिन 16 कंपनियों ने आरबीआई के नियम को नहीं माना है, उनका कहना है कि भारत में डाटा स्टोरेज सिस्टम से न सिर्फ लागत खर्च बढ़ेगा बल्कि डाटा की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े होंगे। उन्होंने आरबीआई से इस समयसीमा को और बढ़ाने की मांग की है, लेकिन आरबीआई इन कंपनियों को और समय देने का इच्छुक में नहीं है। इन कंपनियों को पहले ही 6 माह का समय दिया जा चुका है।