पुलवामा मुठभेड़ के बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आज मंगलवार को संयुक्त पत्रकार वार्ता की, जिसे जीओसी चिनार कॉप्स लेफ्टिनेंट जनरल के जेएस ढिल्लन, सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन और श्रीनगर के आईजी एसपी पाणि ने संबोधित किया। भारतीय सेना के अधिकारी चिनार कॉप्स के कॉप्स कमांडर कंवलजीत सिंह ढिल्लन ने बताया कि 100 घंटे के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर में जैश के सभी टॉप कमांडर ढेर हो गए। उन्होंने कहा है कि पुलवामा आतंकवादी हमले के 100 घंटे से भी कम समय में हमने घाटी में जैश के नेतृत्व को समाप्त कर दिया, जिसे पाकिस्तान से जेईएम द्वारा संभाला जा रहा था। कंवल जीत सिंह ढिल्लन ने कहा कि जिसने भी बंदूक उठाई, उसे मार दिया जाएगा या समाप्त कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान और आईएसआई का हाथ है। जैश को आईएसआई हैंडल करता है। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से ऑपरेशन के दौरान और बाद में मुठभेड़ स्थल से दूर रहने के लिए अनुरोध करता हूं। यह उनकी अपनी सुरक्षा के लिए है। सेना अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर के भटके हुए उन युवाओं को सरेंडर कर मुख्य धारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिन माताओं के बच्चे भटक गए हैं यह उनकी जिम्मेदारी है कि उन्हें समझाकर आत्मसमर्पण कराएं। इसके लिए सरकार की पॉलिसी भी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमा पार से जो भी कश्मीर में घुसेगा, मारा जाएगा। जो कश्मीर में घुसेगा, जिंदा नहीं लौटेगा। इसके साथ ही आतंकी वारदातों में शामिल लोगों पर कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी और कश्मीर में जो बंदूक उठाएगा, मारा जाएगा। आतंक के रास्ते पर निकले लोगों को भारतीय सेना ने सख्त संदेश दिया है।
पत्रकार वार्ता में चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजी ढिलन्न, श्रीनगर के आईजी एसपी पाणी, सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन और जीओसी विक्टर फोर्स के मेजर जनरल मैथ्यू शामिल हुए।