जी-20शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के अपने समकक्ष शिंजो आबे के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था, भगोड़े आर्थिक अपराधियों और आपदा प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की और अक्तूबर में होने वाले सम्राट नारुहितो के राज्याभिषेक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शिरकत करने की घोषणा की।
पीएम मोदी ने आबे और जापान के नागरिकों को रीवा युग की शुरुआत के लिए बधाई दी। एक मई को नए सम्राट नारुहितो के पद संभालने के साथ ही जापान में रीवा युग की शुरुआत हो गई। जापान में सम्राट के बदलने के साथ ही युग बदल जाता है। रीवा नए युग के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। यह दो अक्षरों ‘री’ और ‘वा’ से मिलकर बना है, जिसमें री का अर्थ है, आदेश या शुभ अथवा अच्छा और वा का अर्थ होता है भाईचारा। जापानी भाषा में इस शब्द का इस्तेमाल शांति के लिए भी किया जाता है।
मोदी ने अपने साथ जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत के लिए आबे का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने जी-20 के अध्यक्ष के रूप में जापान के नेतृत्व की भी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह वार्षिक शिखर बैठक के लिए इस साल आबे की भारत यात्रा को लेकर उत्सुक हैं।
बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बैठक गर्मजोशी भरी रही, जो पुराने दोस्त भी हैं। दोनों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों पर काफी रचानात्मक और विस्तृत चर्चा हुई। गोखले ने कहा कि आबे ने जी-20 शिखर सम्मेलन से अपनी अपेक्षाओं के साथ चर्चा शुरू की। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि आबे ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों के मुद्दे पर पिछले जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की पहलों का भी जिक्र किया और कहा कि जी-20 को भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के तहत इस समस्या से निपटना चाहिये। मोदी ने कहा कि वह सितंबर की शुरुआत में व्लादिवोस्टक में पूर्वी आर्थिक मंच के सम्मेलन के दौरान आबे से दोबारा मुलाकात करने को लेकर उत्सुक हैं। पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर भारत में ढांचागत परियोजनाओं में जापान के योगदान की भी प्रशंसा की
A friendship characterised by warmth and the promise of a bright future.
Prime Ministers @narendramodi and @AbeShinzo hold talks in Osaka, the first such meeting between these leaders since the start of Japan’s Reiwa era.
Many aspects of India-Japan relations were discussed. pic.twitter.com/59CiuBHZWA
— PMO India (@PMOIndia) June 27, 2019