सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार नाग पंचमी कल 5 अगस्त को पूरे देश में उत्साह और हर्षोल्लास से मनाई जाएगी। इस बार नाग पंचमी को सोमवार का दिन पड़ने से इस का महत्व और बढ़ गया है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार 125 सालों के बाद नागपंचमी पर बहुत ही दुर्लभ योग बन रहा है। इस बार सावन के तीसरे सोमवार को नाग पंचमी होगी। नाग पंचमी के दिन सोमवार होने से इस पर्व का फल कई गुना बढ़ गया है। इस संयोग से संजीवनी महायोग बन रहा है। नागपंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। नाग देवता की पूजा करने से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं। नाग को शिव जी के आभूषणों में से एक माना जाता है।
सावन के महीने में सोमवार के दिन नाग पंचमी का संयोग बहुत ही दुर्लभ है, इस दिन पूर्णा तिथि भी है, सोम का नक्षत्र हस्त भी विद्यमान है और सिद्धि योग के साथ-साथ वर्ष की श्रेष्ठ पंचमी यानी नाग पंचमी भी है। 4 अगस्त को पंचमी तिथि शाम 6:48 बजे शुरू होगी और 5 अगस्त दोपहर 2:52 बजे तक रहेगी। 5 अगस्त के दिन नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त सुबह 5:49 से 8:28 और उसके बाद सुबह 9:15 से 10:53 तक रहेगा।