भारतीय नौसेना के स्वॉर्ड आर्म के रूप में चर्चित पश्चिम बेड़े की कमान में बदलाव किया गया। समुद्र में मौजूद विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य की कमान में यह बदालाव किया गया है। फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट का बैटन रियर एडमिरल संजय जसजीत सिंह, एवीएसएम, एनएम द्वारा नए फ्लीट कमांडर, रियर एडमिरल कृष्णा डी. स्वामीनाथन, वीएसएम को सौंपा गया। बेड़े के नये कमांडर, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के पूर्व छात्र हैं। वे संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर के विशेषज्ञ हैं और आईएनएस विद्युत, आईएनएस विनाश, आईएनएस कुलिश, आईएनएस मैसूर और विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य जैसे अग्रणी युद्धपोतों की कमान संभाल चुके हैं।
पश्चिमी बेड़ा अपनी स्थापना के बाद से ही अरब सागर और हिंद महासागर क्षेत्र में सभी नौसैनिक अभियानों में सबसे आगे रहा है। वह भारतीय नौसेना की सैन्य, राजनयिक, सिपाही संबंधी अभियानों में शामिल होने के साथ-साथ लगातार अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। इस बेड़े ने पिछले कई वर्षों के दौरान अपनी क्षमता और दक्षता में उल्लेखनीय वृद्धि की है। वर्तमान में इस बेड़े में विमान वाहक, मल्टी-रोल डिस्ट्रॉयर एंड फ्रिगेट, फ्लीट टैंकर, तीन एयर स्क्वाड्रन और इंटेगरल फ्लाइट्स शामिल हैं। रियर एडमिरल संजय जसजीत सिंह के नेतृत्व में इस बेड़े ने समुद्र में जबरदस्त उत्साह, समुद्री ताकत और ऊर्जा सुरक्षा को बरकरार रखा। उनकी कमान में पश्चिमी बेड़े ने हिन्द महासागर क्षेत्र में पूर्ण सुरक्षा प्रदाता के तौर पर भारतीय नौसेना की स्थिति को बनाए रखा।