केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और रेल मंत्री पीयूष गोयल 8-9 जून को जापान के इबाराकी प्रान्त के त्सुकुबा शहर में व्यापार और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर होने वाली जी-20 की मंत्रिस्तरीय बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
भारत के वाणिज्य मंत्री वैश्विक व्यापार की स्थिति से संबंधित विभिन्न घटनाक्रमों, विश्व व्यापार संगठन से जुड़े मुद्दों और डिजिटल व्यापार पर करेंगे। वह वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश के मुद्दों पर अन्य प्रतिभागी देशों के व्यापार मंत्रियों के साथ भी बातचीत करेंगे। पहली बार इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री और वाणिज्य मंत्री जी-20 की मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान डिजिटल अर्थव्यवस्था पर आयोजित किए जाने वाले एक संयुक्त सत्र में भाग लेंगे। जी-20 के व्यापार मंत्रियों के बीच विचार-विमर्श दरअसल औपचारिक चर्चाओं में जी-20 शिखर सम्मेलन के नेताओं के एजेंडे का हिस्सा होंगे और इसके साथ ही ये शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र का भी हिस्सा होंगे।
जब से जी-20 का गठन हुआ है, तभी से भारत इसकी बैठकों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है। वैसे तो जी-20 में कोई बाध्यकारी प्रतिबद्धता नहीं है, लेकिन यह बहुपक्षीय व्यापार संबंधों के लिए एजेंडा निर्धारित करता है।
पदभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा में पीयूष गोयल को मेजबान जापान सहित अन्य प्रतिभागी देशों के व्यापार मंत्रियों के साथ बातचीत करने का अवसर प्राप्त होगा। वाणिज्य मंत्री जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान द्विपक्षीय बैठकें करेंगे, ताकि व्यापार एवं निवेश के मुद्दों पर भारत के प्रमुख हितों से संबंधित हस्तियों को अवगत कराया जा सके और विकासशील देशों के हितों की रक्षा के लिए समान नजरिए वाले देशों के साथ गठबंधन सुनिश्चित किया जा सके।
50 से भी अधिक व्यापार और डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्री जी-20 के इतिहास में पहली बार जापान के त्सुकुबा में एकजुट होंगे। इस दौरान इन विषयों पर चर्चाएं की जाएंगी कि आखिरकार कैसे जी-20 अर्थव्यवस्थाएं व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा दे सकती हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था के सतत विकास को सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल अर्थव्यवस्था व प्रौद्योगिकियों के विकास से अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकती हैं।
यह उम्मीद की जा रही है कि डिजिटलीकरण से हमारी अर्थव्यवस्थाओं के साथ-साथ समाज भी निरंतर लाभान्वित होगा और इसके साथ ही समावेशी, अभिनव एवं मानव केंद्रित भावी समाज यथा ‘समाज 5.0’ का विकास सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
व्यापार और डिजिटल अर्थव्यवस्था पर बैठक वर्ष 2019 के जी-20 शिखर सम्मेलन के साथ-साथ जापान में होने वाली 8 मंत्रिस्तरीय बैठकों में से एक है। अन्य सात मंत्रिस्तरीय बैठकों में कृषि मंत्रियों की बैठक, वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की बैठक, श्रम व रोजगार मंत्रियों की बैठक, पर्यटन मंत्रियों की बैठक, ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव एवं सतत विकास के लिए वैश्विक पर्यावरण पर मंत्रिस्तरीय बैठक, स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक और विदेश मंत्रियों की बैठक शामिल हैं।
जी-20 में दरअसल 19 देश और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं। 19 देश ये हैं: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूसी संघ, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका। जी-20 के सदस्य देश दुनिया के दो-तिहाई लोगों और इसकी 85 प्रतिशत अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करते हैं।