प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2018 के विजेताओं के साथ बातचीत की। प्रधानमंत्री ने पुरस्कार विजेताओं को उनके असाधारण कार्य के लिए बधाई दी। उन्होंने शिक्षकों से प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन को बदलने में निरंतर प्रयास करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने बातचीत में शिक्षण सहायक के रूप में टेक्नोलॉजी के महत्व की चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों से विभिन्न दैनिक समस्याओं के समाधान के लिए विद्यार्थियों को विचार मंथन के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं से कहा कि वे प्रत्येक बच्चे को अवसर प्रदान करें और किसी विद्यार्थी को बंधनों में न रखें।
प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों के बीच सृजनात्मकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सृजनात्मकता का प्रोत्साहन बच्चों के लिए आत्म प्रेरणा के रूप में काम करेगा और वे अपने आप से स्पर्धी बनने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि विभिन्न विषयों पर विद्यार्थियों की राय को समझना महत्वपूर्ण है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अपने अंदर एक विद्यार्थी को जीवित रखें और उससे सीखें।
प्रधानमंत्री से बातचीत में पुरस्कार विजेताओं ने स्कूलों में सार्थक परिवर्तन लाने में किए गए अपने कार्यों के बारे में बताया। शिक्षकों ने अटल टिंकरिंग लैब की चर्चा करते हुए कहा कि इससे विद्यार्थी नवाचार और टेक्नोलॉजी के उपयोग में सक्षम हुए हैं। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल और मानव संसाधन विकास राजय मंत्री संजय शामराव धोत्रे भी उपस्थित थे।