प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 31 जनवरी को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्कूली खेलों के प्रथम ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। ‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम का उद्देश्य जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करना है। इसके लिए देश में खेले जाने वाले सभी खेलों के लिए एक मजबूत संरचना का निर्माण किया जाएगा ताकि भारत खेलों में एक अग्रणी राष्ट्र के रूप में स्थापित हो सके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुए ‘खेलो इंडिया’ स्कूलों में युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करेगा और उन्हें भविष्य के चैम्पियन के रूप में विकसित करने में सहायता प्रदान करेगा।
एक उच्च स्तरीय समिति युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करेगी और उन्हें आठ सालों तक पांच लाख रुपये प्रतिवर्ष की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ‘खेलो इंडिया’ का आयोजन 31 जनवरी से 8 फरवरी तक नई दिल्ली में किया जाएगा। 17 वर्ष से कम उम्र के युवाओं को निम्न 16 खेलों के लिए आमंत्रित किया गया है- तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, मुक्केबाजी, फुटबॉल, जिमनास्टिक्स, हॉकी, जूडो, कबड्डी, खो-खो, निशानेबाजी, तैराकी, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन, कुश्ती। इस आयोजन से भारत की युवा खेल प्रतिभाएं उभरकर सामने आएंगी और इससे देश की खेल शक्ति का भी पता चलेगा। ‘खेलो इंडिया’ स्कूली खेलों में 199 स्वर्ण पदक, 199 रजत पदक और 275 कॉस्य पदक दिए जाएंगे। 17 वर्ष से कम आयु के देश की बेहतरीन खेल प्रतिभाएं इस आयोजन में हिस्सा लेंगी।