प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की और एक परियोजना के सांकेतिक शिलान्यास के बाद वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि काशी विश्वनाथ धाम परियोजना से जुड़ना उनके लिए ईश्वर का आशीर्वाद है। उन्होंने परियोजना से जुड़े अधिकारियों को पूरे समर्पण के साथ अपना कार्य करने के लिए बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने उन लोगों को भी बधाई दी, जिन्होंने मंदिर के आसपास स्थिति अपनी जमीन परियोजना के लिए अधिकृत करने की अनुमति दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर ने कई सदियों तक अन्याय झेलने के बावजूद अपना अस्तित्व बनाए रखा है। उन्होंने दो सदी से भी ज्यादा समय पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनरूद्धार के लिए किए गए कार्यों के संदर्भ में रानी अहिल्याबाई होल्कर का स्मरण किया है और उनकी सराहना की।
उन्होंने कहा कि पिछले कई समय से काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास स्थित करीब 40 मंदिरों में अवैध अतिक्रमण हुआ था, लेकिन अब इन सबको अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब गंगा नदी और काशी विश्वनाथ मंदिर के बीच सीधा संपर्क बनाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अन्य परियोजनाओ के लिए एक आदर्श मॉडल होगी और काशी को विश्व पटल पर एक नयी पहचान दिलाएगी।