इंडियन एयरफोर्स की फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कांत की ट्रेनिंग का एक चरण पूरा होते ही वे भारत की पहली ऑपरेशनल फाइटर पायलट बन गई हैं और वह अब दिन के वक्त युद्ध के लिए तैयार हैं। इसे डे ऑप्स कहा जाता है यानी दिन के लिए तैयार। अभी उनकी रात के वक्त फाइटर पायलट के तौर पर ट्रेनिंग बाकी है जिसके बाद वह पूरी तरह से ऑपरेशनल होंगी यानी दिन हो या रात किसी भी वक्त युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार होंगी।
फ्लाइट लेफ्टिनंट भावना कांत राजस्थान के पास नाल में एयरफोर्स के फ्रंट लाइन बेस में तैनात हैं और 3-स्क्वॉर्डन का हिस्सा हैं। वह मिग-21 बाइसन फाइटर पायलट हैं। अभी फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह की ट्रेनिंग चल रही है। हालांकि अवनि चतुर्वेदी अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बनी थी। जिसके बाद भावना कांत ने अकेले लड़ाकू विमान उड़ाया। फाइटर पायलट बनने के लिए अलग अलग फेज में ट्रेनिंग होती है। पहले उन्हें अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए तैयार किया जाता है फिर कैसे लड़ाकू विमान को युद्ध की स्थिति में हथियार के साथ इस्तेमाल करना है, उसकी ट्रेनिंग होती है। फ्लाइट लेंफ्टिनेंट भावना कांत नवंबर 2017 में फाइटर पायलट के तौर पर वायुसेना में शामिल हुई थीं और उन्होंने मार्च 2018 में मिग-21 बायसन एयरक्राफ्ट में पहली अकेले उड़ान भरी थी।
#WomenPower: Flt Lt Bhawana Kanth adds another feather to her cap by completing Day Operational syllabus on MiG-21 Bison aircraft. She is the first women fighter pilot to be qualified to undertake missions by day on a fighter aircraft. pic.twitter.com/J5SWN8A4oD
— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 22, 2019