गूगल ने अपनी सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस को बंद करने की घोषणा कर दी है। गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट पाँच लाख लोगों के अकाउंट में निजी डाटा में सेंध लगाई गई थी, हालांकि उसने उस बग को फिक्स कर लिया है। लेकिन गूगल ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए गूगल+ का अंत हो गया। बता दें कि यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही है। फेसबुक के बाद अब हैकिंग का खतरा गूगल की सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल प्लस पर आया है। गूगल ने उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने सोशल नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को बंद करने की सोमवार को घोषणा कर दी। गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से 5 लाख लोगों के अकाउंट में निजी डाटा में सेंध लगाई गई थी।
दी वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने सिक्योरिटी कारणों का हवाला देते हुए यह नहीं बताया है कि दरअसल ये बग कैसा है और क्या हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक एक सॉफ्टवेयर खामी की वजह से बाहरी सॉफ्टवेयर डेवलपर्स को संभावित तौर पर प्राइवेट गूगल प्लस प्रोफाइल का ऐक्सेस मिल गया था। ये डेटा 2015 से मार्च 2018 तक का था। हालांकि इंटरनल इन्वेस्टिगेशन के बाद इसे कंपनी ने फिक्स किया है। गूगल के अनुसार प्रभावित डेटा में ऑप्शन गूगल प्लस प्रोफाइल में दिए गए नाम, ईमेल, व्यवसाय, जेंडर और ऐज जैसे पर्सनल डेटा शामिल हैं। गूगल ने कहा है, ‘हमें ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला है कि डेवेलपर इस बग यानी खामी की जानकारी रखता है या फिर उन्होंने इसका गलत इस्तेमाल किया है। हमे इस बात का भी कोई प्रमाण नहीं मिला है कि किसी प्रोफाइल डेटा का गलत इस्तेमाल हुआ है। गूगल के मुताबिक ये पर्सनल डीटेल्स संभावित तौर पर लगभग 5 लाख यूजर्स के खतरे में थे। गौरतलब है कि गूगल ने गूगल प्लस को सिर्फ यूजर्स के लिए बंद किया जा रहा है, लेकिन एंटरप्राइज यूजर्स के लिए यह चालू रहेगा, क्योंकि कंपनियों के लिए इसे ज्यादा यूज किया जाता है।