प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के हर्षिल में भारतीय सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ दीवाली मनाई। इस अवसर पर जवानों को शुभकामना देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सुदूर बर्फीली चोटियों पर आप सब देश की सुरक्षा में लगे हैं, ये आपका कर्तव्य देश के 125 करोड़ भारतीयों के भविष्य और सपने को सुरक्षित करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि दीवाली रौशनी का त्यौहार है, यह अच्छाई की रौशनी फैलाता है और डर को दूर भगाता है। उन्होंने कहा कि आप सब जवान, अपनी प्रतिबद्धता और अनुशासन के माध्यम से, आम लोगों के मन में सुरक्षा और निडरता की भावना दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने याद दिलाते हुए कहा कि वे जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब से दीवाली जवानों के साथ मनाते आ रहे हैं। उन्होंने आईटीबीपी के जवानों के साथ अपनी बातचीत के संस्मरण को भी साझा किया जब वे कई वर्ष पहले कैलाश मानसरोवर यात्रा की यात्रा पर गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से रक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए उठाए जा रहे विभिन्न उपायों जैसे ओआरओपी (वन रैंक, वन पेंशन) सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना को संयुक्त राष्ट्र शांति कार्य संचालन में पूरी दुनिया में प्रशंसा और सराहना मिली है। प्रधानमंत्री ने जवानों को मिठाई भीखिलाई। उन्होंने आस-पास के इलाकों के लोगों से भी बातचीत की जो दीवाली के इस मौके पर उन्हें बधाई देने के लिए इकट्ठा हुए थे।
इसके पश्चात प्रधानमंत्री केदारनाथ मंदिर पहुंचे, जहाँ उन्होंने ऐतिहासिक केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने पूरे मंदिर परिसर को भी देखा तथा जारी पुनर्निर्माण परियोजनाओं की प्रगति का जायजा भी लिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने जारी निर्माण कार्यों के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से बताया। उन्होंने मंदिर परिसर में उपस्थित लोगों से बातचीत भी की। 2013 में आए बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही के बाद केदारनाथ मंदिर परिसर में विकास और पुनर्निर्माण का कार्य जारी है।