मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने वर्ष 2019 से वर्ष 2021 तक की अवधि के लिए विश्व निर्वाचन निकाय संघ (एडब्ल्यूईबी) की अध्यक्षता संभाल ली है। भारत ने रोमानिया से इसकी अध्यक्षता संभाली है।
भारत को वर्ष 2017 में बुखारेस्ट में आयोजित अंतिम आम सभा में सर्वसम्मति से एडब्ल्यूईबी का अध्यक्ष मनोनीत किया गया था। सुनिल अरोड़ा को एडब्ल्यूईबी का ध्वज निवर्तमान अध्यक्ष के प्रतिनिधि इयोन मिंकु रादुलेस्कु द्वारा सौंपा गया, जो स्थायी निर्वाचन प्राधिकरण रोमानिया के सलाहकार हैं। यह ध्वज भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के पास वर्ष 2021 तक रहेगा। 45 देशों के 110 से भी अधिक प्रतिनिधि इस बैठक में भाग लेंगे।
इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने भारत के दो निर्वाचन आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा तथा वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा के साथ ईसीआई की तिमाही पत्रिका वॉयस इंटरनेशनल का विमोचन किया, जो 25 से भी अधिक देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करती है।
एडब्ल्यूईबी के नए अध्यक्ष के रूप में आम सभा का आयोजन करते हुए सुनील अरोड़ा ने यह माना कि एडब्ल्यूईबी की बैठकों के लिए बेंगलुरू में सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करना उनका सौभाग्य है। महात्मा गांधी के लेखन को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का अर्थ सभी की भलाई के लिए लोगों के विभिन्न वर्गों के संपूर्ण भौतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक संसाधनों को जुटाने की कला और विज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एडब्ल्यूईबी चार्टर की प्रस्तावना में एडब्ल्यूईबी के विजन को रेखांकित किया गया है, जिसमें विश्व में विश्वसनीय निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए चुनावी प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के बीच सहयोग को मजबूत करने की जरूरत; स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी एवं सहभागितापूर्ण चुनाव कराने के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने एवं विश्व में एक लोकतांत्रिक संस्कृति को विकसित करने की प्रतिबद्धता; महिला-पुरुष समानता को बढ़ावा देने और निर्वाचन प्रक्रिया में दिव्यांगजनों तथा हाशिये पर पड़े अन्य समुदायों को शामिल करने का उल्लेख किया गया है।
एडब्ल्यूईबी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए सुनील अरोड़ा ने कहा कि ईसीआई क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के जरिये सहयोगी ईएमबी को सशक्त करने और संघ के उद्देश्यों के अनुसार इसकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एडब्ल्यूईबी के सचिवालय और ईएमबी के सदस्यों के साथ अपने संवाद एवं साझेदारी को मजबूत करने को लेकर आशान्वित है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग में पूर्ण विश्वास दर्शाने के लिए सदस्यों का धन्यवाद किया।