अगर आपके स्मार्टफोन में सर्च सर्विस येल्प और भाषा सिखाने वाली डुओलिंगो जैसी एप इंस्टॉल है तो एक बार फिर से सोच लें, क्योंकि ये एप्स आपका निजी डेटा फेसबुक को बेच रहे हैं। लंदन स्थित निगरानी संस्था प्राइवेसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख एंड्रोएड एप्स अभी भी यूजर्स के निजी डेटा उनकी अनुमति बगैर फेसबुक विज्ञापन ट्रैकिंग से साझा कर रहे हैं। प्राइवेसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ प्रार्थना एप तथा एक जॉब सर्चिग एप पर भी विज्ञापन के उद्देश्य से फेसबुक को डेटा साझा करने का आरोप लग चुका है। वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगर आप अपने स्मार्टफोन पर फेसबुक नहीं भी चला रहे हैं, फिर भी कुछ एप्स के माध्यम से आपका निजी डेटा फेसबुक तक पहुंच रहा है।
विज्ञापन निगरानी के अतिरिक्त, फेसबुक कंटेंट लॉग्स, कॉल हिस्ट्री, एसएमएस डेटा और रियल-टाइम लोकेशन जैसी जानकारियां अपने प्लेटफॉर्म पर फ्रेंड सजेशंस जैसे अन्य फीचर्स को सुधारने के लिए एकत्रित करता रहा है। इसी तरह, विभिन्न आईओएस एप-निर्माता संवेदनशील स्वास्थ्य, फिटनेस और वित्तीय जानकारियां सोशल नेटवर्क पर साझा करने के लिए कस्टम एप इवेंट्स नामक फेसबुक एनालिटिक्स का उपयोग करते हैं। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार प्राइवेसी इंटरनेशनल का कहना है कि वह डुओलिंग के संपर्क में है और कंपनी इस कार्यवाही को बंद करने के लिए राजी हो गई है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि एंड्रोएड या आईओएस ईकोसिस्टम में और कितने एप हैं, जो एप्पल और गूगल के डेटा संग्रह चुरा रहे हैं।
Guess what? Facebook still tracks you on Android apps (even if you don't have a Facebook account). Find out which apps are sharing your data! https://t.co/JMlIZtlusN (1/6) pic.twitter.com/BpA6qc5ByL
— Privacy International (@privacyint) March 5, 2019