रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम (RTGS) फंड ट्रांसफर और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) में लगने वाले चार्ज हटा दिये हैं। बताया जा रहा है कि इससे डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि बैंकों को ग्राहकों तक ये लाभ पहुंचाना चाहिए और उन्हें इन चार्ज को कम करना चाहिए। बैंक को इस संबंध में निर्देश एक हफ्ते के अंदर मिल जाएंगे। ज्ञात रहे कि अभी तक आरबीआई आरटीजीएस और एनईएफटी पर चार्ज वसूलता था। रिज़र्व बैंक 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक के आरटीजीएस के लिए 25 रुपए और टाइम वैरिंग चार्ज लेता था। वहीं 5 लाख रुपए से अधिक के लिए 50 रुपए और टाइम वैरिंग चार्ज वसूल रहे हैं। वहीं 8 घंटे से 11 घंटे तक के लिए बैंक कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लेता था, जबकि 11 घंटे से 13 घंटे के लिए चार्ज 2 रुपए अतिरिक्त, 13 घंटे से 16.30 घंटे के लिए 5 रुपए अतिरिक्त और 16.30 घंटे से ज्यादा के लिए 10 रुपए अतिरिक्त चार्ज वसूलता था। वहीं एनईएफटी के लिए बैंक 10 हजार रुपए तक की राशि पर 2.50 रुपए, 10 हजार रुपए से ज्यादा और 1 लाख रुपए तक की राशि पर 5 रुपए, 1 लाख रुपए से 2 लाख रुपए तक की राशि पर 15 रुपए और 2 लाख रुपए से ज्यादा की राशि पर 25 रुपए वसूल रहा था।
Statement on Developmental and Regulatory Policieshttps://t.co/F8PnrV5NdF
— ReserveBankOfIndia (@RBI) June 6, 2019