लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने आज 1 सितम्बर को सेना के उपप्रमुख का कार्यभार ग्रहण किया। वह लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अन्बु का स्थान लेगें जो 31 अगस्त को सेवानिवृत हुए। इससे पूर्व, वह भारतीय सेना के पूर्वी कमान का नेतृत्व करने वाले जनरल ऑफिसर थे।
लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी एवं भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र रहे हैं। वह जून 1980 में सिख लाइट इनफैंट्री रेजिमेन्ट, 7वीं बटालियन में कमीशन हुए थे। उन्हें सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में कार्य करने का अगाध अनुभव प्राप्त है। लगभग 4 दशकों तक फैले विशिष्ट सैन्य कैरियर में उन्हें उत्तर पूर्व एवं कश्मीर दोनों में सक्रिय अराजकता विरोधी वातावरण में प्रमुख पदों पर कार्य करने का अनुभव प्राप्त है एवं वह ऑपरेशन पवन के दौरान श्रीलंका में भारतीय शांति वाहिनी बल के भी हिस्सा रह चुके हैं। उन्हें 3 वर्षों तक म्यांमार में भारतीय दूतावास में रक्षा सहकारी के रूप में कार्य करने का अनुभव प्राप्त है।
जनरल एक उच्च अलंकृत एवं कुशल अधिकारी हैं, जिन्हें जम्मू एवं कश्मीर में अपनी बटालियन के कमान के लिए सेना मेडल (विशिष्ट), नागालैंड में इंस्पेकटर जनरल असम राइफल्स (उत्तर) के रूप में उनकी सेवाओं के लिए विशिष्ट सेवा मेडल, प्रतिष्ठित स्ट्राइक कॉर्प्स के कमान के लिए अति विशिष्ट सेवा मेडल एवं सेना प्रशिक्षण कमान के जीओसी-इन-सी के रूप में उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया।