वाइस एडमिरल जी. अशोक कुमार, एवीएसएम, वीएसएम ने आज 30 जनवरी को नौसेना वाइस चीफ का पदभार संभाला। सैनिक स्कूल, अमरावती नगर और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला, पुणे के पूर्व छात्र वाइस एडमिरल जी. अशोक कुमार ने 1 जुलाई 1982 में भारतीय नौसेना की एक्जेक्यूटिव शाखा में कमीशन प्राप्त किया था।
नौसेना में अपने तीन दशक से अधिक समय के असाधारण करियर के दौरान एडमिरल ने स्टाफ और कमान के अनेक चुनौतीपूर्ण कार्यों को संभाला। 1989 में कोच्चि में नौवहन और संचालन में विशेषज्ञता हासिल करने के बाद उन्होंने भारतीय नौसेना के जहाजों नीलगिरी, रणवीर और विक्रांत में नौवहन अधिकारी के रूप में कार्य किया। इसके अलावा वह आईएनएस कुलीश और रणवीर के कमान अधिकारी रहे और आईएनएस ब्रह्मपुत्र में कार्यकारी अधिकारी रहे। समुद्र तट पर उनके महत्वपूर्ण कार्यकाल में भारतीय नौसेना वर्क-अप टीम में स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशंस/एनडी), डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में प्रशिक्षण टीम (नौसेना के प्रमुख) के प्रमुख, सिंगापुर में भारत के उच्चायोग में रक्षा सलाहकार और पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशंस) शामिल है। फ्लैग रेंक में पदोन्नति पर उन्होंने फ्लैग ऑफिसर सी ट्रेनिंग (एफओएसटी), दक्षिणी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ (सीओएस) और फ्लैग ऑफिसर महाराष्ट्र और गुजरात का कार्यभार भी संभाला। वाइस एडमिरल के पद पर वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट और नेवल स्टाफ के डिप्टी चीफ रहे। वे डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के ग्रेजुएट हैं और मऊ में आर्मी हायर कमान कोर्स के अलावा क्वांटिको, वर्जिनिया, अमेरिका में एक्सपीडिशनरी ऑपरेशंस कोर्स में शामिल हो चुके हैं।