आयकर विभाग ने कुछ चीनी व्यक्तियों और उनके भारतीय सहयोगियों की जाली संस्थाओं की एक श्रृंखला के माध्यम से मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला जैसे लेन-देन में शामिल होने की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर इन चीनी संस्थाओं के विभिन्न परिसरों, इनके करीबियों और इनसे जुड़े बैंक कर्मचारियों के खिलाफ एक तलाशी अभियान चलाया।
तहकीकात से पता चला है कि इन चीनी व्यक्तियों के इशारे पर, विभिन्न फर्जी संस्थाओं में 40 से अधिक बैंक खाते खोले गए थे, और एक निश्चित समयावधि के भीतर ही इनमें 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जमा की गई थी। चीनी कंपनी की एक सहायक इकाई और उससे संबंधित जाली संस्थाओं ने भारत में खुदरा शोरूम खोलने के कारोबार के लिए जाली संस्थाओं से 100 करोड़ रुपये से अधिक की अग्रिम धनराशि प्राप्त की है।
इसके अलावा तलाशी के दौरान हवाला लेन-देन और मनीलॉन्डरिंग के दस्तावेजों को नष्ट करने में कुछ बैंक कर्मचारियों और सनदी लेखाकारों के सक्रिय रूप लिप्त होने की भी जानकारी मिली है। हांगकांग और अमेरिकी डॉलर के विदेशी हवाला लेन-देन के सबूतों का भी खुलासा हुआ है। इस मामले में आगे की जांच प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है।