प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है। यह विदेशों में रहने वाले भारतीयों के साथ जुड़ने और सम्पर्क स्थापित करने तथा प्रवासी भारतीयों को एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन मध्य प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में 8-10 जनवरी 2023 तक इंदौर में आयोजित किया जा रहा है। इस पीबीडी सम्मेलन का विषय है “प्रवासी: अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार”। लगभग 70 विभिन्न देशों के 3,500 से अधिक प्रवासी सदस्यों ने पीबीडी सम्मेलन के लिए पंजीकरण कराया है।
पीबीडी सम्मेलन के तीन खंड होंगे। 8 जनवरी 2023 को, युवा प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के साथ साझेदारी में होगा। युवा प्रवासी भारतीय दिवस पर ऑस्ट्रेलिया की सांसद सुश्री ज़नेटा मैस्करेनहास सम्मानीय अतिथि होंगी।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 जनवरी 2023 को पीबीडी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे और गुयाना सहकारी गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम डॉ मोहम्मद इरफ़ान अली मुख्य अतिथि और सूरीनाम गणराज्य के माननीय राष्ट्रपति महामहिम श्री चंद्रिकाप्रसाद संतोखी विशेष सम्मानित अतिथि के रूप में सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
एक स्मारक डाक टिकट ‘सुरक्षित जाएं, प्रशिक्षित जाएं’ जारी किया जाएगा जो सुरक्षित, कानूनी, व्यवस्थित और कुशल प्रवासन के महत्व को रेखांकित करेगा। भारत की स्वतंत्रता में हमारे प्रवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को उजागर करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री “आजादी का अमृत महोत्सव”- “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों का योगदान” विषय पर पहली बार डिजिटल प्रवासी भारतीय दिवस प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे। जी20 की भारत की वर्तमान अध्यक्षता के मद्देनजर, 9 जनवरी को एक विशेष टाउन हॉल भी आयोजित किया जाएगा।
10 जनवरी 2023 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करेंगी और समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी। प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार चुनिंदा भारतीय प्रवासी सदस्यों को उनकी उपलब्धियों को पहचानने और विभिन्न क्षेत्रों में, भारत और विदेश दोनों में उनके योगदान का सम्मान करने के लिए प्रदान किए जाते हैं।
पीबीडी सम्मेलन में पांच विषयगत पूर्ण सत्र होंगे
• पहला पूर्ण सत्र युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में ‘Role of Diaspora Youth in Innovations and new Technologies’ पर होगा।
दूसरा पूर्ण सत्र ‘Role of Indian Diaspora in promoting Indian Healthcare Eco-system in Amrit Kaal: Vision @2047’ पर होगा जिसकी अध्यक्षता स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में और विदेश राज्य मंत्री डॉ राजकुमार रंजन सिंह की सह-अध्यक्षता में होगा।
तीसरा पूर्ण सत्र विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता में ‘Leveraging the soft power of India – Goodwill through craft, cuisine & creativity’ पर होगा।
चौथा पूर्ण सत्र शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में ‘Enabling global mobility of Indian workforce – Role of Indian Diaspora’ पर होगा।
पांचवा पूर्ण सत्र वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में ‘Harnessing the potential of diaspora entrepreneurs towards an inclusive approach to nation building’ पर होगा। सभी पूर्ण सत्रों में प्रख्यात प्रवासी विशेषज्ञों को आमंत्रित कर पैनल चर्चा होगी।
आगामी 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे चार साल के अंतराल के बाद और कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार वास्तविक कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया जा रहा है। महामारी के दौरान 2021 में अंतिम प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन वर्चुअली आयोजित किया गया था।