रांची (हि. स.)। ईडी की जांच में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विनोद सिंह का 201 पन्ने का चैट सामने आया है। सोमवार को कोर्ट में हेमंत की पेशी के दौरान ईडी ने अदालत के समक्ष दावा किया है कि हेमंत और विनोद सिंह के बीच 201 पन्नों का नया चैट निकाला गया है।
ईडी का दावा यह भी है कि इस चैट में बरियातु की 8.5 एकड़ हेमंत सोरेन के कब्जे वाली जमीन पर होने वाले निर्माण से संबंधित कई मामले हैं, जो पीएमएलए 2022 के अंतर्गत आते हैं। ईडी की ओर से पहले के रिमांड में यह भी कहा गया है कि व्हाट्सएप चैट में न केवल कई संपत्तियों के बारे में गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान शामिल है, बल्कि ट्रांसफर-पोस्टिंग, सरकारी रिकॉर्ड साझा करने आदि से संबंधित अन्य आपत्तिजनक जानकारी भी शामिल है, जिसमें से बड़ी रकम भी शामिल है। ऐसा प्रतीत होता है कि धन का सृजन और लेन-देन किया गया है।
ईडी ने कोर्ट को बताया है कि हेमंत सोरेन और विनोद सिंह के बीच जिस मोबाइल फोन से चैट किया गया था। वह मोबाइल हेमंत की ओर से ईडी को नहीं दिया जा रहा। कोर्ट में ईडी ने हेमंत पर पावर का गलत उपायेग करने और सबूतो को नष्ट करने की आशंका भी जतायी है।
ईडी ने कोर्ट में कहा कि हेमंत सोरेन जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। अपने और उससे जुड़े अन्य व्यक्तियों के जरिये अर्जित संपत्तियों के बारे में सही तथ्य भी नहीं बता रहे हैं।
ईडी ने कोर्ट से कहा है कि हेमंत सोरेन और उनका सहयोगी बिनोद सिंह के साथ व्हाट्सएप चैट से सामना कराया जा रहा है, जिसमें अचल संपत्तियों से संबंधित सूचनाओं का आदान-प्रदान शामिल है। हेमंत सोरेन संपत्तियों की जानकारी छुपाने के लिए व्हाट्सएप चैट पर हस्ताक्षर करने और स्वीकार करने से भी इनकार कर रहा है।
6 अप्रैल 2021 को विनोद सिंह ने बैक्वेट हॉल के निर्माण का नक्शा हेमंत सोरेन को चैट के जरिए भेजा था। ईडी का दावा है कि इस चैट में जो लोकेशन दिया गया है, वह बरियातु स्थित 8.5 एकड़ जमीन है। इसपर हेमंत सोरेन का कब्जा है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि हेमंत सोरेन संपत्ति से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं।