भारतीय रेलवे ने इस वर्ग अक्टूबर के महीने में कमाई और लोडिंग के मामले में माल ढुलाई के उच्च स्तर को बनाए रखा है।
मिशन मोड पर भारतीय रेलवे की अक्टूबर 2020 के महीने की माल लोडिंग, पिछले साल की लोडिंग और इसी अवधि की कमाई को पार कर गयी है।
अक्टूबर के महीने में भारतीय रेलवे की लोडिंग 108.16 मिलियन टन रही जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (93.75 मिलियन टन) की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है।
इसी अवधि के दौरान भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई से 10,405.12 करोड़ रुपये कमाए जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 9536.22 करोड़ रुपये कमाए थे, यानी रेलवे ने इस वर्ष 868.90 करोड़ की अधिक कमाई की जो कि 9 प्रतिशत है।
अक्टूबर के महीने में भारतीय रेलवे की लोडिंग 108.16 मिलियन टन रही। जिसमें 46.97 मिलियन टन कोयला, 14.68 मिलियन टन लौह अयस्क, 5.03 मिलियन टन खाद्यान्न, 5.93 मिलियन टन उर्वरक और 6.62 मिलियन टन सीमेंट शामिल है।
यह उल्लेखनीय है कि रेलवे फ्रेट गतिविधि को बहुत ही आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा कई रियायतें व छूट दी जा रही हैं।
यहां गौरतलब है कि माल ढुलाई गतिविधि में सुधार को संस्थागत रूप दिया जाएगा और आगामी शून्य आधारित टाइम टेबल में शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा, नए व्यवसाय को आकर्षित करने और अन्य मौजूदा ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के लिए, रेल मंत्रालय ने लौह और इस्पात, सीमेंट, बिजली, कोयला, ऑटोमोबाइल और लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें की हैं।
इसके अलावा, पंजाब में माल ढुलाई सेवा अवरुद्ध होने के बावजदू क्षेत्रीय और संभागीय स्तरों पर व्यावसायिक विकास इकाइयां और माल ढुलाई की गति को दोगुना करते हुए सतत विकास की गति में योगदान दिया है।
भारतीय रेलवे ने कोविड-19 का उपयोग एक अवसर के रूप में करके पूरी दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया है।