इस बार माँ दुर्गा की आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र शनिवार 17 अक्टूबर से आरम्भ होंगे। शारदीय नवरात्रि माँ दुर्गा की आराधना के लिए सबसे श्रेष्ठ मानी जाती है। नवरात्रि में माँ दुर्गा सप्तशती का पाठ करना बहुत ही उत्तम माना गया है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्र दस दिनों की होगी। 17 अक्टूबर को बैठकी पड़ेगी और 26 अक्टूबर को विजयादशमी पड़ेगी।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार दुर्गा पूजा और नवरात्रि की शुरुआत 17 अक्टूबर दिन शनिवार से हो रही है। इस बार माँ दुर्गा घोड़े को अपना वाहन बनाकर धरती पर आएंगी। इसके संकेत अच्छे नहीं हैं, माना जाता है कि घोड़े पर आने से पड़ोसी देशों से युद्ध, सत्ता में उथल-पुथल और साथ ही रोग और शोक फैलता है।
साथ ही इस बार माँ भैंसे पर विदा होंगी और इसे भी शुभ नहीं माना जाता है। देवी भागवत पुराण में उद्धृत श्लोक के अनुसार अश्व पर माता का आगमन छत्र भंग, पड़ोसी देशों से युद्ध, आंधी तूफान लाने वाला होता है।
हालांकि ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार इस नवरात्रि पर कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। इस नवरात्रि में राजयोग, द्विपुष्कर योग, सिद्धियोग, सर्वार्थसिद्धि योग, सिद्धियोग और अमृत योग जैसे संयोग बन रहे हैं। नवरात्रि शनिवार से प्रारंभ हो रहे हैं। इस नवरात्रि दो शनिवार भी पड़ रहे हैं।