प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टोक्यो ओलंपिक शुरू होने में मात्र 50 दिन बचे होने के अवसर पर भारत की ओलंपिक तैयारियों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री को महामारी के बीच एथलीटों के लिए निर्बाध प्रशिक्षण सुनिश्चित करने, ओलंपिक कोटा जीतने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने, एथलीटों के टीकाकरण और उन्हें प्रदान की जा रही विशिष्ट सहायता की दिशा में उठाए गए विभिन्न कदमों से अवगत कराया गया।
अधिकारियों ने टीकाकरण की स्थिति और सहयोगी स्टाफ के बारे में जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि टोक्यो ओलंपिक के लिए यात्रा करने वाले प्रत्येक योग्य व संभावित एथलीट, सहयोगी स्टाफ और अधिकारियों को जल्द से जल्द टीका लगाया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सभी भारतवासियों की ओर से शुभकामनाएं देने के लिए वे जुलाई में एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हमारे ओलंपिक दल के साथ जुड़ेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि खेल हमारे राष्ट्रीय चरित्र के केंद्र में है और हमारे युवा खेल की एक मजबूत और जीवंत संस्कृति का निर्माण कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 135 करोड़ भारतवासियों की शुभकामनाएं हमारे उन युवाओं के साथ हैं, जो इस ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक स्तर पर सफलता पाने वाले प्रत्येक युवा खिलाड़ी को देखकर हजार और लोग खेलों को अपनाने के लिए प्रेरित होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों को प्रेरित करने और उनका मनोबल बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसलिए प्रतियोगिता के दौरान भारत में उनके माता-पिता और परिवार के सदस्यों के साथ नियमित रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि 11 खेल स्पर्धाओं में 100 एथलीटों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है और लगभग 25 और एथलीटों के टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की संभावना है, जिसका विवरण जून 2021 के अंत तक सामने आएगा।
जबकि कुल 19 भारतीय एथलीटों ने 2016 में रियो डी जनेरियो में आयोजित पिछले पैरालिंपिक्स में भाग लिया था। टोक्यो ओलंपिक के लिए 26 पैरा एथलीटों ने क्वालीफाई किया है तथा 16 और एथलीटों के क्वालीफाई करने की संभावना है।