अयोध्या (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद्मश्री सुदर्शन पटनायक द्वारा रेतशिल्प से बनाई गई भगवान श्रीराम की आकृति का रविवार को अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने यहां सेल्फी भी ली।
रेत शिल्प पर बनाई गई इस आकृति को वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बुक ऑफ इंडिया की तरफ से भगवान श्रीराम के सबसे बड़े रेत शिल्प का सर्टिफिकेट दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को यह सर्टिफिकेट राज्य ललित कला अकादमी की निदेशक श्रद्धा शुक्ला को प्रदान किया।
उल्लेखनीय है कि रामोत्सव 2024 के अवसर पर राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की तरफ से रेतशिल्प कला शिविर का आयोजन किया गया था। रेतशिल्प के प्रख्यात कलाकार ओडिशा के पुरी निवासी पद्मश्री सुदर्शन पटनायक ने अपनी टीम संग इसका निर्माण किया था। इसमें उनके सहयोगी संतोष कुमार नायक, बुलू मोहंती, जितेंद्र, प्रमोद बिसवाल, महेश्वर, केनी कावासी एवं बनामबार पटनायक भी शामिल रहे।
सुदर्शन पटनायक की टीम ने 55 फीट लंबी, 35 फीट चौड़ी, 23 फीट ऊंची रेत शिल्प कलाकृति सृजित की। भगवान राम का 500 वर्षों बाद अपनी अयोध्या में आगमन हो रहा है। इसमें राम मंदिर की 500 मिनिएचर कृतियों को भी संयोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, मुख्यमंत्री सलाहकार अवनीश अवस्थी आदि मौजूद रहे।