नई दिल्ली (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच शुक्रवार को कीव में व्यक्तिगत और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। दोनों देशों के बीच बातचीत का ज्यादातर हिस्सा द्विपक्षीय संबंधों पर केन्द्रित रहा। दोनों देशों के बीच कृषि, चिकित्सा, संस्कृति और मानवीय सहायता से जुड़े चार समझौते भी हुए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कीव में उनके आधिकारिक आवास मरिंस्की पैलेस में वार्ता हुई। प्रधानमंत्री मोदी विशेष ट्रेन से यात्रा कर आज पौलेंड से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे थे।
दोनों नेताओं की द्विपक्षीय वार्ता के बाद विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच करीब 3 घंटे वार्ता हुई। इसमें चर्चा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा द्विपक्षीय संबंधों को समर्पित रहा। इसमें व्यापार, आर्थिक विषय, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और शिक्षा के बारे में चर्चा हुई।
उन्होंने कहा कि भारत यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है। अब तक 17 खेप, जिसमें से ज्यादातर चिकित्सा सामग्री है, यूक्रेन भेजी गई हैं। भारत ने आज यूक्रेन को चिकित्सा सहायता से जु़ड़ा भीष्म क्यूब सौंपा।
उल्लेखनीय है कि भीष्म (भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग, हित एंड मैत्री) क्यूब को त्वरित प्रतिक्रिया और समग्र देखभाल पर बल देते हुए 200 हताहतों तक के उपचार के लिये तैयार किया गया है। यह एड क्यूब आपात स्थितियों के दौरान आपदा प्रतिक्रिया और चिकित्सा सहायता हेतु निर्मित कई नवोन्मेषी उपकरणों से युक्त है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री मोदी के संदेश पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि भारत का विचार है कि समाधान खोजने के लिए दोनों पक्षों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने की जरूरत है। यूक्रेनी पक्ष वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन में भारत की निरंतर भागीदारी चाहता है। मोदी-ज़ेलेंस्की की बातचीत कुछ हद तक सैन्य स्थिति और शांति के संभावित रास्तों पर केंद्रित रही है।
विदेश मंत्री ने बताया कि वार्ता में दोनों नेताओं ने विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक संबंधों के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने का काम अंतर-सरकारी आयोग को सौंपा है। इस वर्ष के अंत तक निश्चित रूप से आयोग की बैठक होगी।
दोनों देशों के बीच आज कृषि एवं खाद्य उद्योग पर सहयोग, उच्च प्रभाव वाली सामुदायिक विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए भारतीय मानवीय अनुदान सहायता, वर्ष 2024-28 के लिए दोनों देशों के संस्कृति मंत्रालय के बीच सांस्कृतिक सहयोग और चिकित्सा उत्पाद विनियमन के क्षेत्र पर करार हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। 1992 में राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का यूक्रेन का यह पहला दौरा है। प्रधानमंत्री सुबह एक विशेष ट्रेन से पहुंचे और कीव रेलवे स्टेशन पर यूक्रेन के प्रथम उपविदेश मंत्री ने उनका स्वागत किया। उन्होंने भारतीय समुदाय से मुलाकात की।
वार्ता से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कीव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण में महात्मा गांधी के शांति के संदेश की शाश्वत प्रासंगिकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग वर्तमान वैश्विक चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करता है। कीव में ‘ओएसिस ऑफ पीस’ पार्क में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा मानवता के लिए आशा और शांति की किरण के रूप में कार्य करती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कीव में यूक्रेन के राष्ट्रीय इतिहास संग्रहालय में बच्चों पर मल्टीमीडिया मार्टिरोलॉजिस्ट प्रदर्शनी का दौरा किया। उनके साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति भी थे। संघर्ष में अपनी जान गंवाने वाले बच्चों की याद में लगाई गई मार्मिक प्रदर्शनी से प्रधानमंत्री बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने युवा जिंदगियों कि अकाल मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया और सम्मान के रूप में उनकी स्मृति में एक खिलौना रखा।