सर्वांगीण, सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी विकास के सरकार के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में अंतरिम बजट 2024-25 पेश किया। उन्होंने हरित विकास और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की।
रूफटॉप सोलराइजेशन और मुफ्त बिजली
वित्त मंत्री ने कहा कि छत पर सौर प्रणाली लगाने से एक करोड़ परिवार प्रत्येक महीने 300 यूनिट तक निःशुल्क बिजली प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक दिन प्रधानमंत्री के लिए गए संकल्प के अनुसरण में लायी गई है।
इससे अपेक्षित लाभ इस प्रकार हैं
- निःशुल्क सौर बिजली और बिजली वितरण कंपनियों को अधिशेष बिजली बेचने से परिवारों को हर वर्ष पंद्रह हजार से अठारह हजार रुपये की बचत;
- इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग;
- आपूर्ति और इन्स्टालेशन के लिए बड़ी संख्या में वेंडरों को उद्यमशीलता का अवसर;
- विनिर्माण, इन्स्टालेशन और रखरखाव में तकनीकी कौशल रखने वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर।
हरित ऊर्जा
वर्ष 2070 तक ‘नेट-जीरो’ को लेकर प्रतिबद्धता को पूरा करने के लक्ष्य के साथ श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट 2024-25 में निम्नलिखित उपायों का प्रस्ताव किया है-
- एक गीगा-वाट की शुरुआती क्षमता के लिए अपतटीय पवन ऊर्जा की संभावना को हासिल करने के लिए व्यवहार्यता अंतर-निधियन की व्यवस्था की जाएगी।
- वर्ष 2030 तक 100 मीट्रिक टन की कोयला गैसीकरण और तरलीकरण क्षमता स्थापित की जाएगी। इससे प्राकृतिक गैस, मेथेनाल,स्थापित की जाएगी। इससे प्राकृतिक गैस, मैथेनॉल और अमोनिया के आयात को कम करने में मदद मिलेगी।
- परिवहन के लिए कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और घरेलू प्रयोजनों के लिए पाइप्डनेचुरल गैस (पीएनजी) में कम्प्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) के चरणबद्ध तरीके से मिश्रण को अनिवार्य किया जाएगा।
- बायोमास के संग्रहण में सहायता के लिए बायोमास संग्रहण मशीनरी की खरीद के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
विद्युत वाहन इकोसिस्टम
वित्त मंत्री ने घोषणा की कि सार्वजनिक परिवहन नेटवर्क के लिए बड़े स्तर पर ई-बसों को भुगतान सुरक्षा व्यवस्था के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘ हमारी सरकार ई-वाहनों के विनिर्माण और चार्जिंग अवसंरचना को सहायता प्रदान कर ई-वाहन इकोसिस्टम का विस्तार और सुदृढ़ीकरण करेगी।‘
जैव-विनिर्माण और बायो-फाउंड्री
हरित विकास को बढ़ावा देने के लिए श्रीमती सीतारमण ने जैव-विनिर्माण और बायो-फाउंड्री की एक नई योजना शुरू करने का प्रस्ताव किया है। यह योजना प्राकृतिक रूप से सड़नशील बहुलक, जैव-प्लास्टिक, बायो-फार्मास्युटिकल्स और बायो-एग्री-इनपुट जैसे पर्यावरण के अनुकूल विकल्प उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा, “यह योजना आज के उपभोगकारी विनिर्माण प्रतिमान को पुनःसर्जनात्मक सिद्धांतों पर आधारित विनिर्माण प्रतिमान में बदलने में भी मदद करेगी।”