केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि भारत, देश में विदेशी फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहन देगा। इसके लिए फिल्म निर्माण में जो खर्च आएगा, उसमें प्रोत्साहन राशि 40 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इसकी अधिकतम सीमा 30 करोड़ रुपये (3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक) होगी, जिसमें उल्लेखनीय भारतीय विषयवस्तु के लिए पांच प्रतिशत का अतिरिक्त बोनस शामिल होगा। उन्होंने आज पणजी, गोवा में भारत के 54वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में अपने उद्घाटन भाषण में यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के आकार और विशाल क्षमता को देखते हुए देश में मध्यम व बड़े बजट की अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं को आकर्षित करने के लिए उच्च प्रोत्साहन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने में यह आदर्श बदलाव कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए भारत की प्रतिबद्धता और समर्थन के प्रमाण के रूप में कार्य करता है तथा सिनेमाई प्रयासों के लिए पसंदीदा गंतव्य-स्थल के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है।”
केंद्रीय मंत्री ने उन युवा मेधाओं के लिए एक भर्ती अभियान की भी घोषणा की, जिन्हें ’75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो’ के लिए चुना गया था। इसके जरिये युवा मेधाओं की उदीयमान प्रतिभा और करियर के लिए असीमित अवसरों के द्वार खुल गए हैं। ’75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमारो’, जो अब अपने तीसरे संस्करण में है, उसकी शुरुआत 2021 में प्रधानमंत्री की परिकल्पना से हुई थी, ताकि युवाओं को सिनेमा के माध्यम से अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “इस साल, 10 श्रेणियों में लगभग 600 प्रविष्टियों में से, 19 राज्यों से 75 युवा फिल्म निर्माताओं को चुना गया है, जिनमें बिष्णुपुर, जगतसिंहपुर और सदरपुर जैसे दूरदराज के इलाके भी शामिल हैं।”
केंद्रीय मंत्री ने आईएफएफआई के इस संस्करण में पुरस्कारों की एक नई श्रेणी, सर्वश्रेष्ठ वेब सीरीज (ओटीटी) श्रेणी शुरू करने की भी घोषणा की। महोत्सव में नए घटकों पर प्रकाश डालते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि आईएफएफआई भारत में मूल कॉन्टेंट रचनाकारों की परिवर्तनकारी भूमिका को मान देगा और उनका सम्मान करेगा तथा रोजगार एवं नवाचार में उनके योगदान को प्रकट करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया, “पहली बार, आईएफएफआई ने सिनेमा जगत के नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक अच्छी तरह से क्यूरेटेड ‘वीएफएक्स और टेक पवेलियन’ तथा गैर-कथात्मक किस्सागोई को समर्थन देने के हवाले से उसके सह-उत्पादन के लिए एक वृत्तचित्र अनुभाग की शुरुआत करके फिल्म बाजार के दायरे को बढ़ाया है।”
महिला सशक्तिकरण के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष के आईएफएफआई में 40 उल्लेखनीय महिला फिल्म निर्माताओं की फिल्में शामिल होंगी। उन्होंने कहा, “उनकी प्रतिभा, रचनात्मकता एवं उनके अद्वितीय परिप्रेक्ष्य इस उत्सव को विविध कथनों और कथाओं को सामने लाने का समारोह बनेंगे।”