कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में त्राहिमाम मचा हुआ है। कोरोना वायरस को लेकर शुरू से ही ये कहा जा रहा है कि चीन ही कोरोना वायरस के संक्रमण के लिए जिम्मेदार है और उसकी लैब में ही कोरोना वायरस को ईजाद किया है।
अब चीन की महिला वीरोलॉजिस्ट डॉ ली मेंग यान ने फॉक्स न्यूज से कहा कि मैं ये दावे के साथ कह सकती हूं कि यह चीन द्वारा मानव निर्मित वायरस है। मेरे पास इसके सबूत हैं और मैं ये साबित कर दूंगी।
फिलहाल चीनी सरकार की धमकी के बाद डॉ ली मेंग 28 अप्रैल से अमेरिका में ही रह रही हैं। उन्होंने कहा है कि वह जल्द ही कोरोना वायरस के मानव निर्मित होने का सबूत पेश करेंगी। उन्होंने कहा कि उनके पास कोरोना वायरस को मानव निर्मित होने के ठोस सबूत हैं।
डॉ ली मेंग ने कहा कि कोरोना वुहान के मीट मार्केट से नहीं आया है क्योंकि यह मीट मार्केट एक स्मोक स्क्रीन है, जबकि यह वायरस प्रकृति की देन नहीं है। ली मेंग ने कहा कि यह खतरनाक वायरस वुहान के लैब से आया है और यह मानव निर्मित है।
उन्होंने कहा कि इस वायरस का जीनोम अनुक्रम एक मानव फिंगर प्रिंट की तरह है और इसके आधार पर ही वे साबित कर देंगी कि यह एक मानव निर्मित वायरस है। उन्होंने कहा कि किसी भी वायरस में मानव फिंगर प्रिंट की उपस्थिति यह बताने के लिए काफी है कि इसकी उत्पत्ति मानव द्वारा की गई है।
ली मेंग का कहना है कि वह कोरोना वायरस का अध्ययन करने वाली पहले कुछ वैज्ञानिकों दल में शामिल में से एक थीं। दिसंबर 2019 के अंत में उनका दावा था कि उन्हें विश्वविद्यालय में उनके पर्यवेक्षक द्वारा एसएआरएस जैसे मामलों के एक विषम समूह को देखने के लिए कहा गया था जो कि चीन में उत्पन्न हुआ है।