मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऊर्जा हमारी आवश्यकता है किन्तु आवश्यक यह है कि ऊर्जा का उत्पादन पर्यावरण संरक्षण के साथ हो। हमारी सरकार ऊर्जा संरक्षण के लिये प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इस क्षेत्र में नित नये आयाम स्थापित किये है। इस दिशा में आज नया इतिहास बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीमच जिले में 1440 मेगावाट की पम्पड हाइड्रो स्टोरेज ऊर्जा भंडारण परियोजना का निवास कार्यालय भवन समत्व से वर्चुअली शिलान्यास कर संबोधित कर रहे थे।
ग्रीनको ग्रुप द्वारा नीमच जिले के ग्राम खेमला तहसील रामपुरा में 10 हजार करोड़ के निवेश से स्थापित होने वाली यह परियोजना जून 2025 तक कार्य आरंभ कर देगी। परियोजना की क्षमता को 1920 मेगावाट तक बढ़ाया जाएगा। यह भारत की सबसे बड़ी पंपयुक्त हाइड्रो स्टोरेज ऊर्जा भंडारण परियोजना होगी। परियोजना से लगभग 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा, साथ ही प्रदेश के हजारों लोगों के लिए कौशल उन्नयन और स्थानीय क्षेत्र के आर्थिक विकास जैसे अन्य लाभ भी होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंचामृत के संकल्प में वर्ष 2030 तक 500 गीगावॉट नवकरणीय ऊर्जा क्षमता, नवकरणीय ऊर्जा के माध्यम से अपनी 50 प्रतिशत ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति और 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य रखे हैं। राज्य शासन सौर, पवन, जल ऊर्जा का उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
प्रदेश नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार करने में भी अग्रणी रहा है। नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में यह पम्पड स्टोरेज परियोजना नींव का पत्थर सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन के लिए निवेशकों का स्वागत है। नवकरणीय ऊर्जा संयंत्र निर्माण क्षेत्र में भी देश में मध्यप्रदेश अग्रणी स्थान प्राप्त करेगा।
समत्व भवन में हुए कार्यक्रम में प्रमुख सचिव नवकरणीय ऊर्जा संजय दुबे, ग्रीनको परियोजना के प्रबंध संचालक अनिल चलामलशेट्टी, कार्यकारी निदेशक बंडारू नरसिंह राव तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। नीमच में हुए प्लांट के भूमि पूजन कार्यक्रम में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, विधायक अनिरुद्ध मारु शामिल हुए।