बिजली कंपनी में कर्मचारियों की कमी से होने वाले नुकसान को बिजली अधिकारी भी भलीभांति जानते हैं, लेकिन प्रबंधन ही इसे गंभीरता से नहीं ले रहा। मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के द्वारा विगत दिवस पूर्व क्षेत्र कंपनी के जबलपुर सिटी सर्किल के अंतर्गत विजयनगर शहर संभाग के कार्यपालन अभियंता इमरान खान से परीक्षण सहायक, नियमित, संविदा एवं आउटसोर्स कर्मियों, मीटर रीडर आदि की लंबित समस्याओं पर चर्चा की गई।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में लंबित समस्याओं पर चर्चा की गई, सुरक्षा उपकरण का अभाव पर उनके द्वारा कहा गया कि 35 नग सुरक्षा किट शीघ्र उपलब्ध कराई जावेगी। वहीं टावर गाड़ी के स्थान में छोटी वाली हाइड्रोलिक गाड़ी जो छोटी-छोटी रोड के अंदर जाकर उपभोक्ताओं की समस्याओं का निदान कर सके, उपलब्ध कराए जाने की मांग पर उन्होंने बोला कि कंपनी प्रबंधन को पत्र लिखकर मांग की जावेगी।
इसके अलावा मांग की गई कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर रीडरों को ना निकाला जावे, परीक्षण सहायकों से वही कार्य कराया जावे जिसके लिए पूर्व क्षेत्र कंपनी के द्वारा भर्ती किए गए हैं एवं 12-12 घंटे दो परीक्षण सहायकों से कार्य कराया जा रहा है जो गलत है। 24 घंटे के लिए तीन परीक्षण सहायकों से कार्य कराया जावे एवं अवकाश पर जाने पर एक अतिरिक्त परीक्षण सहायक को रखा जावे।
सभी कर्मचारियों के आईडी कार्ड बनवाए जाएं एवं वर्दी खरीदने के लिए उन्हें पैसे दिए जाएं। आउटसोर्स कर्मचारी को भी वर्दी खरीदने के लिए ठेकेदार द्वारा पैसे दिलवाएं जाएं। साथ ही नियमित, संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारियों को कार्य करने की अधिकृत सूची दी जावे। अवकाश के दिन कार्य करने पर दोगुनी दर से नियमानुसार पारिश्रमिक दिया जावे। आउटसोर्स कर्मियों को ₹1000 जोखिम भत्ता दिया जावे।
संघ के पदाधिकारियों के पूछने पर कार्यपालन अभियंता इमरान खान ने बताया कि हमारे विजयनगर संभाग में कुछ जगह ठीक नहीं होने की वजह से राजस्व वसूली कम आ रही है। साथ ही नियमित कर्मचारियों की अत्यधिक कमी है। हमारे संभाग में 65000 उपभोक्ता हैं, ट्रांसफार्मर की संख्या 1045 है। सब स्टेशन की संख्या 11 है। परीक्षण सहायक की संख्या 10 है। 41 फीडर है। संविदा कर्मचारी 17 हैं और नियमित कर्मचारी सिर्फ 51 हैं, जिनको करंट का कार्य करने का अधिकार है। वहीं आउटसोर्स कर्मी 141 हैं, लेकिन इनको करंट का कार्य करने का अधिकार नहीं है।
बैठक में पूर्व क्षेत्र कंपनी की ओर से कार्यपालन अभियंता इमरान खान एवं विशाल शर्मा उपस्थित थे, वहीं संघ की ओर से हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, अजय कश्यप, शशि उपाध्याय, लखन सिंह राजपूत, अरुण मालवीय, कमल सैनी, राजू नायडू आदि उपस्थित थे। कार्यपालन अभियंता द्वारा संघ पदाधिकारियों को आश्वासन दिया गया है कि बाकी सभी समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने की कार्यवाही की जावेगी।