नई दिल्ली (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसाभ सीट से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत पर की गई असभ्य-अपमानजनक टिप्पणी भले कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भले हटा ली हो लेकिन वह आलोचनाओं से चौतरफा घिरी हुई हैं। भाजपा उन पर लगातार हमलावर है। इस बीच चुनाव आयोग ने बुधवार सुप्रिया श्रीनेत को भाजपा की लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि सुप्रिया श्रीनेत की टिप्पणियां प्रथम दृष्टया यह आदर्श आचार संहिता और चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों को गरिमा बनाए रखने की सलाह का उल्लंघन हैं। आयोग ने 29 मार्च की शाम तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा है।
बुधवार काे मीडिया से बातचीत में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा कहते हैं कि भारत में चार ‘शक्ति’ हैं, जिनमें महिलाएं, युवा, किसान और गरीब शामिल हैं। ऐसे में हम उस पार्टी (कांग्रेस) से क्या उम्मीद कर सकते हैं जिसने कभी महिलाओं का सम्मान नहीं किया।
इसके पहले सांसद और उत्तरी पूर्वी दिल्ली से भाजपा के प्रत्याशी मनोज तिवारी ने कहा था कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार महिलाओं व कलाकारों का सम्मान करती है लेकिन सुप्रिया श्रीनेत ने अपने बयान से बता दिया कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं के प्रति और देश के कलाकारों के प्रति कैसी सोच रहती है।
मुंबई से अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इन्हें सीखना चाहिए कि महिलाओं का सम्मान कैसे करते हैं। नवनीत राणा ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता ने ऐसा पोस्ट करके एक महिला का अपमान करने का काम किया है। यह बेहद ही शर्मनाक है। देश की महिलाएं इसे बर्दाश्त नहीं करेंगी।
नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रत्याशी और भाजपा नेता बांसुरी स्वराज ने सुप्रिया श्रीनेत के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी को महिला विरोधी पार्टी करार दिया है। उन्होंने कहा कि इतनी भद्दी हरकत के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को मांफी मांगनी चाहिए।