मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों में साइबर अटैक के चलते अनेक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। विद्युत सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि दैनिक कार्यों के साथ ही वित्तीय भुगतान संबंधी कार्य और डिसीजन मेकिंग गतिविधियां लगभग ठप्प हो चुकी हैं। वहीं ई-गवर्नेंस से जुड़े सभी कार्य भी पूरी तरह से रुक गए हैं।
विद्युत सूत्रों की मानें तो इस साइबर अटैक के चलते प्रदेश की सभी विद्युत कंपनियां बुरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं। लेकिन सबसे ज्यादा खतरा ट्रांसमिशन कंपनी पर मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर सहित लोकल सेंटर्स और सभी बड़े सब-स्टेशनों के संचालन से जुड़े कार्यालयों में अलर्ट घोषित किया गया है, साथ ही अधिकारियों को भी हर समय अलर्ट रहने को गया है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों को साइबर अटैक से सबसे सुरक्षित बताया जा रहा था, लेकिन वर्तमान घटना से अनेक सवाल पैदा हो रहे हैं।
वहीं एमपी पॉवर कंपनी लिमिटेड की मुख्य महाप्रबंधक (सूचना प्रौद्योगिकी-आईटी) रीता खेत्रपाल का कहना है कि रैन्समवेयर अटैक के लक्षण 22 मई 2023 को पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना सभी संबंधित शासकीय कार्यालयों यथा MPSEDC, CERT-IN, MOP तथा प्रदेश की अन्य विद्युत कंपनियों को दी जा चुकी है एवं दिशानिर्देश के अनुसार आवश्यक कदम उठाए जा रहें हैं। इस अटैक से विद्युत खरीदी या संचारण-संधारण से संबंधित कार्य प्रभावित नहीं होंगे।