केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के सरकारी अस्पताल में जन्म के बाद सुनने में असमर्थ जरूरतमंद नवजात को दिल्ली सरकार ने कॉक्लियर इंप्लांट की सुविधा मुफ्त उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। कॉक्लियर इंप्लांट को दिल्ली सरकार के आरोग्य कोष योजना के अंतर्गत शामिल किया जाएगा।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने चाचा नेहरु बाल चिकित्सालय में कॉक्लियर इंप्लांट सुविधा का उद्घाटन करते समय इस सुविधा की घोषणा करते हुये कहा कि लाभार्थियों को चाचा नेहरु बाल चिकित्सालय में ये सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। सरकार ने चाचा नेहरू बाल चिकत्सालय में मौजूदा वर्ष के दौरान 100 बच्चों का इलाज इस तकनीक से करने का लक्ष्य रखा है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हर एक नवजात बच्चे की अस्पताल से छुट्टी होने से पहले उसकी सुनने की क्षमता की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर 500 नवजात शिशुओं को भी इस योजना की जरूरत पड़ी, तो एक भी बच्चे को इस योजना से वंचित नहीं होने दिया जाएगा। चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में इसकी कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि जारी मुफ्त सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की तरह ही दिल्ली आरोग्य कोष के अंतर्गत कॉक्लियर इंप्लांट की सुविधा भी मुफ्त होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली में हर साल सैकड़ों बच्चे सुनने की अक्षमता के साथ पैदा होते हैं, जो कभी-कभी माता-पिता को उस दौरान पता नहीं चल पाता है और बाद में सुनने की समस्या का इलाज मुश्किल हो जाता है।
लेकिन जन्म के तीन महीने के भीतर इसका इलाज किया जाए, तो यह समस्या ठीक हो सकती है. ऐसे बच्चे, जो गंभीर रूप से सुनने में असमर्थ हैं, उन्हें सुनने की मशीन से ज्यादा फायदा नहीं होता है। सत्येन्द्र जैन ने कहा कि केजरीवाल सरकार योजना मद में खर्च का भार उठाएगी।