सनातन धर्मावलंबीयों के प्रमुख तीर्थों में एक उत्तराखंड के मनभावन हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ धाम के कपाट आज सोमवार को प्रात: 5 बजे विधि-विधान से पूजा-अर्चना और अनुष्ठान के बाद खोल दिए गए।
मंदिर के कपाट खुलने के पश्चात रावल भीमा शंकर लिंगम और मुख्य पुजारी बाघेश लिंगम ने स्वयंभू शिवलिंग को समाधि से जागृत किया तथा निर्वांण दर्शंनों के पश्चात श्रृंगार तथा रूद्राभिषेक पूजाएं की गयी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट कर बताया कि विधि-विधान से पूजा-अर्चना और अनुष्ठान के बाद भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। मेष लग्न के शुभ संयोग पर मंदिर का कपाटोद्घाटन किया गया। मैं बाबा केदारनाथ से सभी को निरोगी रखने की प्रार्थना करता हूं।
केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंगम् की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में बाबा केदार की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे। हालांकि कोरोना महामारी के कारण श्रद्धालुओं से घर में रहकर ही पूजा-पाठ और धार्मिक परंपराओं का निर्वहन करने की अपील की गई है। भक्त केदारनाथ धाम के दर्शन ऑनलाइन कर सकेंगे।
वहीं केदारनाथ धाम में भी प्रथम रूद्राभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से की गयी तथा जनकल्याण की कामना की गयी। कोरोना महामारी को देखते हुए चारधाम यात्रा अस्थायी तौर पर स्थगित है, धामों में केवल पूजापाठ संपन्न हो रही है यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।