बिजली कंपनी प्रबंधन की मंशा क्या है ये तो आला अधिकारी ही जानते हैं, लेकिन कंपनी में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों के लिए मैदानी अधिकारियों के बेतुके फरमान मुसीबत बनते जा रहे हैं। उच्च शिक्षित अभियंताओं द्वारा कर्मचारियों पर ऐसे फैसले थोपे जा रहे हैं, जो कि बहुत ही अव्यवहारिक हैं। यही कारण है कि करंट का कार्य करने वाले कर्मचारियों से साथ दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ती जा रही है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि संघ प्रतिनिधियों ने विगत दिवस जबलपुर सिटी सर्किल के अधीक्षण अभियंता संजय अरोड़ा के आमंत्रण पर आयोजित की गई बैठक में संघ द्वारा पूर्व में दिए गए पत्रों पर चर्चा की गई।
बैठक में हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि करंट का कार्य करने वाले लाइन कर्मियों को अधिकारियों के द्वारा अत्यधिक कार्य दे दिया जाता है। अधिकारी एक कर्मी से उपभोक्ता की बंद बिजली को चालू करना, 1912 कॉल सेंटर की शिकायत अटेंड करना, टीसी मीटर लगाना, 181 सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों को दूर करना, मीटर में ज्यादा रीडिंग आने की शिकायत करने पर मीटर बदली करना, अन्य मीटर को बदली करना, राजस्व वसूली करना जैसे कई कार्य कराते हैं।
इसके अलावा परीक्षण सहायकों से मूल कार्य न करा कर उपभोक्ताओं को फोन लगवाना, लाइनमैन से बाकी कार्यों के साथ ही उपभोक्ताओं को हर दिन अपने मोबाइल से 100 फोन लगवाना, अधिकारियों के द्वारा हर दिन दो घंटे आउटसोर्स कर्मियों, मीटर वाचकों, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की मीटिंग लेकर उन्हें डांटना, अवकाश न देना, पर्याप्त सुरक्षा उपकरण न देना, कर्मचारियों को सौंपे गए कार्यों की अधिकृत सूची ना देना आदि लंबित समस्याओं पर चर्चा की गई।
अधीक्षण अभियंता से चर्चा करते हुए संघ प्रतिनिधियों के द्वारा बताया गया कि आउटसोर्स कर्मियों को स्वयं के मोबाइल से 100 उपभोक्ताओं को फोन करके बिजली बिल जमा करने की जानकारी देने की जिम्मेदारी सौंप गई है, जो कि गलत है। उपभोक्ताओं को फोन एफओसी के ऑपरेटर से फोन लगवाएं। वहीं परीक्षण सहायकों से सिर्फ सब स्टेशनों का कार्य ही करवाया जाए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि एक कर्मचारी से इतने सारे कार्य करवाने पर उसका मानसिक संतुलन बिगड़ने की पूरी संभावना है। उसके साथ करंट लगकर कभी भी दुर्घटना हो सकती है। सभी कर्मचारियों से विद्युत अधिनियम के अनुसार कार्य कराए जाएं। अधीक्षण अभियंता के द्वारा आश्वासन दिया गया कि शीघ्र ही समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
इस अवसर पर संघ के अजय कश्यप, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, विनोद दास, लाखन सिंह राजपूत, इंद्रपाल सिंह, गुल चमन पटेल, अनमोल तिवारी आदि उपस्थित थे।